UPI Transaction Fee 2023: क्या आप भी अपना अधिकतर लेनदेन ऑनलाइन ही करते हैं, और अधिकतर यूपीआई के जरिए ही पेमेंट लेते और प्राप्त करते हैं तो आपको या खबर बहुत ही ध्यान से पढ़ना चाहिए क्योंकि अब यूपीआई के जरिए लेनदेन करने के लिए आपको शुल्क (UPI Transaction Fee 2023) का भुगतान करना पड़ सकता है।
हालांकि अभी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन बिल्कुल मुफ्त है, आपको ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए ऑनलाइन भुगतान प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार का को देने की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन बताया जा रहा है, कि जल्द ही यूपीआई ट्रांजैक्शन पर शुल्क (UPI Transaction Fee 2023) लगाया जा सकता है। दरअसल बताया जा रहा है कि सरकार यूपीआई के जरिए लेनदेन पर 0.3% का एक समान शुल्क लगाने पर विचार कर सकती है। ऐसे में यूपीआई के जरिए लेनदेन करने वाले लोगों को UPI Transaction से जुड़ी हर अपडेट के बार में जानकरी होना आवश्यक है।
UPI Transaction Fee 2023
आज के डिजिटल दौर में शायद ही कोई ऐसा होगा जो यूपीआई लेनदेन का उपयोग ना करता हो यहां तक कि सब्जी-भाजी बेचने वाले लोग भी यूपीआई के जरिए भुगतान प्राप्त करते हैं, तो वही बड़े से बड़े ट्रांजैक्शन भी आज यूपीआई के माध्यम से किए जा रहे हैं ऐसे में सरकार ने अब यूपीआई पर भी फीस (UPI Transaction Fee 2023) लगाने का विचार बना लिया है।
बताया जा रहा है कि सरकार यूपीआई के माध्यम से ट्रांजैक्शन करने पर 0.3% एक समान शुल्क (UPI Transaction Fee 2023) लगा सकती है। हालांकि इसे लेकर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है नाही इसके लिए कोई पुष्टि की गई है लेकिन जैसा कि हम ने बताया कि सरकार अभी इस मामले पर विचार कर रही है तो जल्द ही यह नियम लागू भी कर दिया जाएगा।
UPI Transaction Fee 2023 Overview
Topic | Details |
Article | UPI Transaction Fee 2023 |
Transaction Fees | 0.3% |
Transaction Fees Applied From | Updated soon |
Year | 2023 |
UPI Transaction Latest Update
सरकार यूपीआई के जरिए लेनदेन पर 0.3% का एक समान शुल्क लगाने पर विचार कर सकती है इसका उद्देश्य भुगतान प्रणाली के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को वित्तपोषण उपलब्ध कराना एवं उसकी वित्तीय व्यवहार्यता सुनिश्चित करना है। आईआईटी बॉम्बे द्वारा चार्जेस फॉर पीपीआई डेंसिटी यूपीआई पेमेंट सर्विस सेक्शन शीर्षक से प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि 0.3% सुविधा शुल्क से 2023-24 में लगभग 5000 करोड़ रुपए जुटाए जा सकते हैं।
मोबाइल वॉलेट के माध्यम से होने वाले भुगतान पर विनिमय शुल्क लगाने के बाद भी है राष्ट्रीय भुगतान निगम एनपीसीआई के फैसले के प्रभावों का विश्लेषण करने वाले अध्ययन में कहा गया है कि दुकानदारों को मिलने वाले भुगतान पर कोई शुल्क नहीं लगना चाहिए चाहे वह सीधे यूपीआई के जरिए आया प्रीपेड वॉलेट के जरिए से आए। ऐसे में दुकानदारों को यूपीआई के द्वारा भुगतान किए जाने पर UPI Transaction Fee 2023 कि कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
Unified Payment Interface New Rule
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में कहा था की वर्तमान में अर्थव्यवस्था बहुत अधिक औपचारिक हो गई है। ईपीएफओ की सदस्यता जहां दोगुनी से अधिक बढ़कर 27 करोड़ हो गई है वहीं 2022 में यूपीआई के माध्यम से 126 लाख करोड़ रुपए के 7,400 करोड़ डिजिटल किए गए हैं। आशीष दस द्वारा तैयार किए गए इस अध्ययन के अनुसार, सरकार और आरबीआई करेंसी की छपाई और उसके प्रबंधन पर आने वाले खर्च को वहन करते हैं।
पिछले कुछ सालों में उन्होंने अकेले नोटों की छपाई पर औसतन 54,00 करोड रुपए इससे भी अधिक पैसे खर्च किए हैं। यूपीआई के लिए खर्च बहुत कम हो सकता है, और मुद्रा पर खर्च को भी कम किया जा सकता है। खैर अभी यूपीआई पर लगने वाले शुल्क के लिए कोई तय सीमा घोषित नहीं है न ही इस बारे में कुछ साफ तौर पर कहा जा सकता है कि यह शुल्क यूपीआई लेन देन पर कब से लागू किया जाएगा।
UPI Transaction Fees Not Applied For Shopkeepers
एमपीसीआई ने दुकानदारों को यूपीआई के माध्यम से भुगतान करने पर एक अप्रैल 2023 से भुगतान राशि का 1.1% का इंटर का निशुल्क काटने का प्रावधान शुरू किया है। यह प्रीपेड वॉलेट आधारित यूपीआई लेनदेन पर लागू होगा। मौजूदा कानून के तहत भैंसिया का परिचालन करने वाला कोई प्रदाता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप से यूपीआइ के जरिए भुगतान करने या प्राप्त करने वाले व्यक्ति पर शुल्क नहीं लगा सकता है। हालांकि कई मौकों पर बैंक और प्रणाली प्रदाताओं ने यूपीआई कानून की अपनी सुविधा से व्याख्या करने का प्रयास किया है। आईआईटी मुंबई ने खासतौर पर एनपीसीआई के फैसले के प्रभावों के विश्लेषण पर अध्ययन प्रकाशित कर कहा की दुकानदारों पर कोई शुल्क न लगे।
FAQs related to UPI Transaction Fee 2023
UPI का फुल फॉर्म क्या है?
UPI का फुल फॉर्म Unified Payment Interface है।
यूपीआई के जरिए लेन देन करने पर सरकार कितने प्रतिशत शुल्क चार्ज करने पर विचार कर रही है?
यूपीआई के जरिए लेन देन करने पर सरकार 3 प्रतिशत शुल्क चार्ज करने पर विचार कर रही है।
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Tauseef was born in Deharadoon, Uttarakhand. He began writing in 2021, and has contributed to the educational and finance content. He lives in Nainitaal.