School Open 2022 Suspicious : Covid 19 symptoms in children 2022 ; बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है कोरोना महामारी , संक्रमण होने पर कैसे करें मासूम की रक्षा, एकबार फिर कोरोना ने तेजी पकड़ ली है ओर स्कूलों में छात्रों के संक्रमण के मामले एक बार फिर से देखे जा रहे है जिसको देखते हुये सरकार एक बार फिर से सतर्क होती हुई नजर आ रही है तथा जरूरी बंदोबस्त कीये जा रहे है।
School Open 2022 Suspicious
Covid in children – ऐसा सुना जा रहा है, कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के जाने के बाद अब ओमी कौन वैरीअंट का खतरा संपूर्ण देश में फैलता नजर आ रहा है, भारत में 2135 लोगों में ओमी क्रोन संक्रमण पहुंच गया है, कोविड-19 के अलग-अलग रूपों में लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है क्योंकि ओमी कौन वायरस इस बार बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है, जब इस महामारी का आगमन हुआ था तब पहली लहर में कोरोनावायरस ने दस्तक दी थी, दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट ने कहर मचाया था, अब तीसरी लहर मे ओमी क्रोन वायरस देश में दस्तक दे चुका है, बच्चों में इसका संक्रमण काफी अधिक हो रहा है इसी कारण से बच्चों को भी वैक्सीन दी जाने लगी है, भारत ने भी 15 से 18 वर्ष के बच्चों को वैक्सीनेशन के लिए अपनी कमर कस ली है।
School Children Covid Symptoms 2022
जानकारों की माने तो अभी वह भी क्रोन के लक्षणा कम नजर आ रहे हैं, फिर भी एक कहावत है दुर्घटना से सावधानी भली अर्थात हम सभी को सावधान रहने की जरूरत है, दिल्ली के डॉक्टर विकास मौर्य की रिपोर्ट अनुसार कोविड-19 के के लक्षणों में गले में खराश खांसी बुखार जैसे लक्षण नजर आते हैं। कोरोना के लक्षण बच्चों और युवाओं दोनों में लगातार बन रहे हैं, लेकिन इनमें से काफी कम ही लोगों में ऐसी लक्षण है बच्चों में गले में दर्द गले में खराश खांसी बुखार जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं।
Covid in babies
ऐसा कहा जाता है कि कोरोनावायरस फैलने के बाद शरीर में एंटीबॉडीज बड़ जाती हैं, जिससे दोबारा संक्रमण होने का खतरा कम रहता है, जानकारों के मुताबिक बच्चों में फिर भी संक्रमण फैलने का खतरा लगातार बना रहता है, क्योंकि बच्चे अभी तक संक्रमित नहीं हुए हैं, लेकिन अभी तक बच्चों पर कोरोनावायरस का प्रभाव काफी कम दिख रहा है, लेकिन सरकार ने एहतियातन बच्चों पर भी पहले से ही वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है जिससे बच्चों पर खतरा ना फैले, और खतरा पहले से ही टल जाए।
Omicron Symptoms in School students
बच्चों में दिखने वाले ओम क्रोन के जो लक्षण सामने आ रहे हैं, उनमें से सांस लेने वाले मार्ग के लक्षण मुख्य रूप से हैं जैसे नाक बहना बुखार सूखी खांसी गले में दर्द शरीर में दर्द इत्यादि, मुंबई के डॉक्टर हरीश चाफले कहते हैं, देश में ओमिक्रोन और डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित लोगों के मामले काफी बढ़ रहे हैं हालांकि ओमिकरों से बच्चे इतने प्रभावित नहीं है कितने युवा हैं ओमी क्रोन वैरीअंट सबसे अधिक खतरनाक था लेकिन डेल्टा वैरीअंट इससे भी अधिक खतरनाक है, यह है भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी खेलते हैं बच्चों में इसका संक्रमण अभी कम है क्योंकि बच्चे अभी इसके चपेट में नहीं आए हैं। इसीलिए सरकार ने पहले से ही बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है।
Covid 19 symptoms in children Overview
Article name | Covid 19 symptoms in children |
First virus | Coronavirus |
Second virus | Delta virus variant |
Third virus | Omicron virus variant |
Symptoms | Throat pain, fever, body pain, running nose etc |
Precautions | Make social distance, always bear mask,clean hands many times, use sanitizer , live at home. |
Possible danger | On children |
Covid precautions for children
बच्चों को कोरोनावायरस से बचाने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि उन्हें भीड़ भाड़ वाली जगह में न जाने दिया जाए उन्हें घर से बाहर जाने पर मास्क लगाने को दिया जाए घर पर आकर भी उन्हें हाथ धोना चाहिए जहां तक हम जानते हैं बच्चों की सुरक्षा के लिए मास्क पहनना ही सबसे अधिक कारगर है हम मास्क पहनकर किसी भी संक्रमण से बच सकते हैं, घर के समस्त सदस्यों को कोविड-19 के नियमों का पालन करना चाहिए ठीक तरीके से मास्क पहनना चाहिए हमें बच्चों को भी ढंग से मास्क पहनना सिखाना चाहिए, बच्चों को हमेशा कोविड-19 से बचने के लिए प्रेरित करते रहना चाहिए, ताकि बच्चे आप को फॉलो करते हुए हाइजीन पर विशेष ध्यान दें।

New strain of Covid affecting children 2022
- कोरोनावायरस से संक्रमित बच्चों और किशोरों में कंपकपि, तेज बुखार जैसे लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
- 2 साल के बच्चे भी कोरोनावायरस से संक्रमित होते मिल रहे हैं।
- कोरोनावायरस इतना अधिक फैल रहा है कि उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ रही है।
- शिशु ओ को वेंटिलेशन की जरूरत पड़ रही है।
- 2 वर्ष के नीचे के शिशु हाई रिस्क के अंतर्गत आते हैं।
- इन शिशुओं में डेल्टा वेरिएंट की तरह संक्रमित होने का रिस्क होता है।
- देश में 15 से 18 वर्ष तक के किशोरों के लिए वैक्सीनेशन कैंपेन 3 जनवरी से शुरू हो चुका है।
- दो करोड़ से भी अधिक किशोरों को पहला डोज मिल चुका है।
Covid guideline for Parents
विशेषज्ञों की राय है भले ही बच्चों में कोविड-19 संक्रमण बढ़ रहा हो लेकिन बच्चों में इसके लक्षण हल्के ही होते हैं, डॉक्टरों ने अपनी निजी राय दी है कि कोविड-19 का असर बच्चों पर ज्यादा नहीं होता है उन्होंने यह भी कहा है बच्चों को अभी भी संक्रमण फैलने का खतरा है क्योंकि उनका वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है, डॉक्टरों के अनुसार जो बच्चे कोविड-19 का शिकार हुए हैं उनमें बुखार सूखी खांसी शरीर में दर्द नाक बहना गले में दर्द आदि प्रमुख लक्षण हैं बच्चों को अभी तक वैक्सीनेशन नहीं हुआ है अतः उनके लिए कोविड-19 नियमों का पालन बेहद जरूरी है उनसे माता-पिता को कहना चाहिए कि वह बच्चे मास्क पहने सामाजिक दुरीबनाए रखें घर के बड़े लोगों को भी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि वायरस घर में न प्रवेश कर पाए।
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FAQs about covid 19 symptoms in children
प्रश्न 1. अगर मुझे लगता है कि मुझे कोरोनावायरस के लक्षण है तो मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तर – अगर आपको लगता है कि आप में कोरोनावायरस के लक्ष्ण है तो आपको घर पर ही रहना चाहिए लोगों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए अगर आपके अंदर बुखार का कफ या सांस लेने में परेशानी आदि लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
प्रश्न 2. बूस्टर डोज क्या है?
उत्तर – प्रिकॉशन अर्थात बूस्टर डोज वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक है इस एहतियातन खुराक भी कहा जा रहा है यह खुराक कोरोनावायरस के खिलाफ बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर है।
प्रश्न 3. क्या कोरोनावायरस महामारी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है?
उत्तर – कोरोनावायरस महामारी लोगों के शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार से प्रभावित कर रही है, वायरस ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है, इस एकांत का असर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी देखने को मिल रहा है।
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