आज के इस आर्टिकल में हम Saphala Ekadashi 2022 Date के बारे में जानकारी देने वाले हैं. जैसा की आप सभी को पता है कि कुछ ही दिनों बाद पवित्र पौष मास शुरू होने वाला है. इस पौष महीने में वर्ष 2022 की अंतिम एकादशी का व्रत रखा जाएगा. एकादशी के व्रत Saphala Ekadashi के रूप में जाना जाता है. लोगों की मान्यता है कि ऐसे सफला एकादशी पर व्रत और उपवास करने से इसके नाम के मुताबिक व्यक्ति के सभी कार्यों में सफलता मिलती हैं यानी उसके सभी कार्य सफल हो जाते हैं. इसके साथ ही भगवान विष्णु की कृपा उन भक्तों पर हमेशा बनी रहती है. आपको बताना चाहेंगे कि एकादशी तिथि भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है. इसलिए तिथि का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. अगर व्यक्ति की तिथि का व्रत नहीं रखता है तो भी उसे कुछ बातों का आवश्यक रूप से ध्यान रखना चाहिए. तो अगर आपको भी Saphala Ekadashi 2022 Niyam के बारे में नहीं पता है तो हम आपको यहां पर पूरी जानकारी दे रहे हैं.
Saphala Ekadashi 2022 Date
हमारा भारत देश अनेक उत्सव और पर्वों से जुड़ा हुआ देश है जहां पर महीनों में कितने हैं उत्सव और पर बातें हैं. अगर बात करें तो हर महीने में शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एकादशी आती है यानी महीने में दो बार एकादशी आती है इस तरह देखा जाए तो पूरे 12 महीनों में कुल 24 बार एकादशी आती है. इस वर्ष दिसंबर महीने में अंतिम एकादशी सफला एकादशी के रूप में जानी जाएगी. हिंदू पंचांग के मुताबिक सफला एकादशी इस बार 19 दिसंबर 2022 को आ रही है. कहा जाता है कि सफला एकादशी का व्रत और उपवास करने से भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कल्याण करते हैं. सफला एकादशी से पापों से मुक्ति मिलती है और सफलता बनी रहती है. व्यक्ति जिस भी कार्य में हाथ लगाता है उसमें उसे सफलता हाथ लगती है. हम आपको सफला एकादशी के महत्व एवं इसके बारे में नई जानकारी देने वाले हैं.
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Saphala Ekadashi 2022 Date and Time
बहुत सारे लोग सफला एकादशी के समय के बारे में जानना चाहते हैं इसके साथ ही इसके पारण के बारे में भी जानना चाहते हैं तो हम आपको यहां पर बता दें कि इस बार सफला एकादशी दिसंबर महीने में 19 तारीख को आ रही है. हिंदू पंचांग के मुताबिक 19 दिसंबर को सुबह 3 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगी, जो अगले दिन 20 दिसंबर को सुबह 2 बजकर 32 मिनट तक रहेगी. इसीलिए सफला एकादशी लोग 19 दिसंबर को माना जा रहा है वही व्रत का पारण 20 दिसंबर को किया जाएगा.

Saphala Ekadashi 2022 Shubh Muhurat
एकादशी तिथि प्रारम्भ – 19 दिसम्बर 2022 को सुबह 03:32 बजे
एकादशी तिथि समाप्त – 20 दिसम्बर 2022 को प्रातः 02:32 बजे
व्रत पारण समय- 20 दिसम्बर 2022 सुबह 08:05 से 09:13 के बीच
Saphala Ekadashi 2022 Niyam
सफला एकादशी के नियमों की बात करें तो किस दिन व्यक्ति को भोजन का विशेष ध्यान रखना चाहिए इस दिन चावल का प्रयोग विशेष नहीं होना चाहिए. इस दिन व्यक्ति को बिल्कुल सादा और स्वच्छ भोजन करना चाहिए ना ही उसमें प्याज होना चाहिए नहीं लहसुन होनी चाहिए. वही इस दिन मांसाहारी भोजन करना पाप के समान माना गया है. व्रत के दिन व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए इसके साथ ही अपने मन को अधिक से अधिक शांत रखना चाहिए. इसके साथ ही व्यक्ति को अपने मन में किसी भी प्रकार के बुरे विचारों को नहीं लाना चाहिए. किसी भी प्रकार के वाद-विवाद करने से बचना चाहिए. व्यक्ति को इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और स्नान इत्यादि करके भगवान सूर्य को जल से अर्घ्य देना चाहिए. इस दिन व्यक्ति को शाम के समय नहीं सोना चाहिए ना ही अब शब्दों का प्रयोग करना चाहिए.
Saphala Ekadashi 2022 Katha
पौराणिक कथाओं के मुताबिक महिष्मान राजा का एक पुत्र लुम्पक पाप कर्मों से पूरी तरह लिप्त था या नहीं वह बहुत अधिक पाप करता था, जिस वजह से राजा ने उसे देश से बाहर निकाल दिया यानी देश निकाला दे दिया लुम्पक जंगल में भटकता रहा और पौष कृष्ण दशमी की रात सर्दी के कारण सो नहीं सका और बेहोश हो गया. जब रूपक को होश आया तो वह अपनी किस्मत को कोसने लगा और भगवान से माफी मांगने लगा. कहा जाता है कि एकादशी की रात पश्चाताप करने के बाद उसका सफला एकादशी का व्रत पूरा हो गया. नहीं माना जाता है कि जिसके बाद वह व्यक्ति सुधर गया और वापस अपने पिता ने उसे बुला लिया. पिता ने उसे अपना राज्य सौंप दिया,
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