Netaji Subhash Chandra Bose Biography: जैसा कि आप सभी को आर्टिकल का टाइटल से ही पता चल गया होगा. कि आज हम Netaji Subhash Chandra Bose Biography के बारे में चर्चा करने वाले हैं. Subas Chandra Bose भारत के स्वतंत्रता संग्राम आदरणीय और सबसे प्रभावी नेता रहे हैं. विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने अंग्रेजों से लड़ने हेतु जापान की सहायता लेकर भारत जैसे देश को अंग्रेजों से छुटकारा दिलाया था.
और भारत में आजाद हिंद फौज का गठन किया. इसी आधार पर उनका एक बहुत ही प्रभावित और लोकप्रिय नारा दिया जाता है ”तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा ” Netaji Subhash Chandra Bose के देश के प्रति इन महान कर्तव्य के पालन मैं जो भी योगदान रहा है. उसके लिए आज यहां पर हम आपको Netaji Subhash Chandra Bose Biography के संबंध में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं.
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Netaji Subhash Chandra Bose Biography
Netaji Subhash Chandra Bose Biography: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का हमारे देश के प्रति काफी सराहनीय योगदान रहा है. उन्हें अपने देश को आजाद करने के लिए अंग्रेजों से कहीं ज्यादा क्रांतिकारी युद्ध किए जिसके कारण उन्हें कई बार जेल के चक्कर भी काटने पड़े. लेकिन उन्होंने अपने देश के प्रति बहुत सजगता और त्याग रखकर अपना दायित्व निभाया भारत माता के चरणों में ऐसे सपूतों का हमेशा सही योगदान रहा है. और समय-समय पर Netaji Subhash Chandra Bose अपने साहस और बलिदान के माध्यम से देशभक्त को सिद्ध किया है. आज हम आपको यहां पर सुभाष चंद्र बोस के जन्म से लेकर जेल यात्रा तक की प्रत्येक Netaji Subhash Chandra Bose Biography को आपके सामने रखेंगे.
Netaji Subhash Chandra Bose Biography Overview
Article Name | Netaji Subhash Chandra Bose Biography |
Date Of Birth | 23 January 1897 |
Father | Jankinath Bose |
Mother | Prabhavati Bose |
Village | Katak, Odisa |
Nation | India |
Pura Name | Neta ji Subhas Chandra Bose |
Netaji Subhash Chandra Bose Date Of Birth
हम यहां आपको Netaji Subhash Chandra Bose Biography के अंतर्गत सबसे पहले जन्मदिन के बारे में जानकारी देने वाले हैं. Netaji Subhash Chandra Bose का जन्म 23 जनवरी 1897 में हुआ था. उनका जन्म ओडिशा के कटक शहर में हुआ था. उनके पिता जी जानकीनाथ बोस और उनकी माता प्रभावती थी. नेताजी Netaji Subhash Chandra Bose के पिता जी पहले मशहूर औरसरकारी वकील थे अपने पिताजी के नक्शे कदम पर चल कर सुभाष चंद्र बोस ने भी प्रैक्टिस चालू कर दी थी.
Netaji Subhash Chandra Bose को राय बहादुर का किताब भी अंग्रेजों के द्वारा प्रदान किया गया था. Netaji Subhash Chandra Bose समेत वे छह बेटियों और एक बेटे याने की कुल 14 भाई-बहन थे सुभाष चंद्र बोस नौवें पुत्र थे.Netaji Subhash Chandra Bose के सबसे प्रिय भाई शरद चंद्र थे सुभाष चंद्र की बॉस की पत्नी का नाम एमिली से कल था. 1937 में विवाह हुआ था. उनकी एक बेटी थी. जिनका नाम अनिता बोस है.

Netaji Subhash Chandra Bose Education
Netaji Subhash Chandra Bose Biography: सुभाष चंद्र बोस के प्राइमरी शिक्षक कंटक प्रोटेस्टेड यूरोपियन स्कूल से प्राप्त हुई थी उन्होंने रेलवे नाशक कॉलेजिएट मैं एडमिशन लिया उनके प्रिंसिपल बेनी माधव का उन पर काफी बड़ा प्रभाव पड़ा था. 1915 में उनके द्वारा इंटरमीडिएट की परीक्षा बीमार होने के बावजूद भी दूसरी श्रेणी से पास की गई. और उन्होंने 1916 में बीए ओनर से पास की Netaji Subhash Chandra Bose का प्रेसिडेंट कॉलेज के अध्यापकों और छात्रों के आपसी झगड़े के कारण उन्हें कॉलेज से निकाल दिया गया था. इस कारण में 1 साल परीक्षा से वंचित रह गए थे. उन्होंने बंगाली रेजीमेंट में भर्ती के बाद परीक्षा दी और आंखों की खराबी के चलते हैं. Netaji Subhash Chandra Bose भर्ती नहीं हो पाई. स्कॉटिश चर्च के कॉलेज में भी एडमिशन लिया लेकिन उनका मन केवल सेना में जाना था.
Netaji Subhash Chandra Bose Yogadan
Netaji Subhash Chandra Bose कोलकाता के देशबंधु से प्रेरित होकर इंग्लैंड से डांस बाबू को पत्र लिखा और अपनी इच्छा जताई. उन्हें अपने देश के प्रति इतनी सजगता थी. कि उन्होंने ठान लिया कि वह आजादी के लिए ही काम करेंगे. 20 जुलाई 1921 को Netaji Subhash Chandra Bose महात्मा गांधी जी से मिले. गांधी जी के कहने पर फिर भी सुभाष जी कोलकाता जाकर दास बाबू से मुलाकात की दास बाबू ने 1922 में कांग्रेस में उन्होंने स्वराज्य पार्टी की स्थापना की थी.
उन्होंने अंग्रेज का विरोध करने के लिए कोलकाता महापालिका का चुनाव का पार्टी के अंतर्गत विधानसभा के अंडर में लड़े और जीत भी गए रिश्ता बड़ा दुआ कर दूं फिर बात फिर बैठ जाए पर वचन पर भारी पड़ जाए. 1922 को सुभाष चंद्र बोस ने कोलकाता के देशबंधु चितरंजन दास से प्रेरित होकर उन्होने इंगलैंड से दास बाबू को पत्र लिख. उनके साथ में काम करने के लिए अपनी इच्छा जताई। सुभाष चंद्र बोस ने यह ठान लिया था. कि वे देश की आजादी के लिए काम करेंगे. Netaji Subhash Chandra Bose महात्मा गांधी से 20 जुलाई 1921 को मिले और गांधी जी के कहने पर सुभाष जी कलकाता जाकर दास बाबू से मिले.
Netaji Subhash Chandra Bose Biography Jel Yatra
Netaji Subhash Chandra Bose जी ने अपने जीवन के 11 साल जेल यात्रा की होगी.उन्होंने 16 जुलाई 1921 में 6 महीने का कारावास भी सहाय 1925 में उन्होंने गोपाल नाथ साहित्य क्रांतिकारी ने कोलकाता की पुलिस में अधिकारी चाहते गांठ को मारना चाहा लेकिन गलती से आने स्टैंड नाम के व्यापारी को मार दिया गया. जिसके कारण गोपी नाथ को फांसी की सजा सुनाई गई 5 नवंबर 1925 में कोलकाता में उन्हें चितरंजन दास चल बसे जिसकी खबर रेडियो के द्वारा सुभाष चंद्र के पास पहुंची Netaji Subhash Chandra Bose की तबीयत खराब होने के कारण तपेदिक हो गया था. लेकिन अंग्रेज सरकार के द्वारा उन्हें जेल से रिहा नहीं किया गया. इसी प्रकार जेल में कई ऐसी घटनाएं सुभाष चंद्र बोस द्वारा सही गई. जिनके कारण उन्हें क्रांतिकारी के नाम से जाना जाता है.
FAQs Related to Netaji Subhash Chandra Bose Biography
सुभाष चंद्र बोस का जन्म कहां हुआ था?
सुभाष चंद्र बोस का जन्म उड़ीसा कटक में हुआ था.
सुभाष चंद्र बोस के पिता का नाम क्या था?
सुभाष चंद्र बोस के पिता का नाम जानकीनाथ बोस था उनकी माता प्रभावती थी.
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