MP Stationary Price Hike 2023: जहां हर तरफ महंगाई बढ़ रही है वहां शिक्षा भी महंगी हो गई है। बच्चों के कोर्स में 10 से 20% तक की वृद्धि हो गई है निजी स्कूल के बच्चों के अभिभावकों की जेब पर इसका असर पड़ने वाला है। गौरतलब है कि शासकीय विद्यालय जिसमें एमपी बोर्ड और एनसीईआरटी में कोर्स में कोई बदलाव नहीं हुआ और इन विद्यालयों का कोर्स के मूल्य में मामूली बढ़ोतरी हुई है.
लेकिन निजी विद्यालय के विद्यालयों के कोर्स में 10 से 20% की बढ़ोतरी हो गई है इसका सीधा असर अभिभावकों पर पड़ रहा है दुकान पर गौर से लेने पहुंच रहे अभिभावकों एवं पालकों को गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 10 से 20% अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर पिछले वर्ष यदि एक किताब ₹300 की मिल गई थी तो वह अब इस वर्ष 335 से ₹370 की मिल रही है।
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MP Stationary Price Hike 2023
नया शैक्षणिक सत्र जल्द ही शुरू होने जा रहा है, इससे पहले ही स्कूलों के कोर्स के प्राइस (MP Stationary Price Hike 2023) बढ़ा दिए गए हैं। जिसके चलते निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के अभिभावकों एवं पालकों की जेब पर भार आ सकता है। MP Stationary Price Hike 2023 के चलते अब किताब कॉपियां 20 से 30 प्रतिशत ज्यादा महंगी हो गई हैं।
कोर्स की किताब और कॉपियों के साथ बच्चों की स्कूलों की ड्रेस और स्कूल परिवहन का खर्चा भी 25 से 35 फ़ीसदी तक बढ़ने की खबर आ रही है। बोर्ड परिक्षाओं के चलते इस बार नया शैक्षणिक सत्र देरी से प्रारंभ किया जा रहा है। नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने से पहले ही अभिभावक बच्चों के लिए कोर्स कॉपियां और स्कूल ड्रेस खरीदते हैं।
MP Stationary Price Hike 2023 Overview
Topic | Details |
Article | MP Stationary Price Hike 2023 |
Place | India |
State | Madhya Pradesh |
Session | 2023-24 |
Stationary Price Hike in New Session 2023
प्राइवेट स्कूलों के किताब कॉपियों के महंगी होने के पीछे का कारण कागज की बढ़ती कीमत है। पिछले 1 से 2 वर्षों में कागज और पेपर की कीमतें बढ़ गई है एक निजी किताब कॉपी के विक्रेता ने बताया कि कागज के दाम बढ़ने से इस साल पुस्तकें 30 से 35% तक महंगी हो गई हैं। इस वर्ष प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें 30% तक महंगी हुई हैं इससे पहले किताबों का जो एक सेट हजार रुपए का मिलता था.
उसकी कीमत अब बढ़कर 1500 रुपए हो गई है। ऐसे ही 172 पेज की कॉपी जो पहले ₹30 की आती थी वह अब ₹35 से लेकर ₹40 की हो गई है। किताब कॉपियों के अलावा बच्चों की स्टेशनरी पेन, पेंसिल, रबर आदि पठन सामग्री भी महंगी हो गई है। इस कारण अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। कई अभिभावकों का कहना है कि स्कूल के कोर्स और एड्रेस के बढ़ते दामों पर रोक लगानी चाहिए।

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निजी स्कूलों की स्टेशनरी और पुस्तकों के साथ स्कूल की ड्रेस भी महंगी हो गई है स्कूल ड्रेस बेचने वाले विक्रेताओं का कहना है कि कपड़ा महंगा होने की वजह से ड्रेस के दाम भी बढ़ गए हैं। पहले एक जोगी ड्रेस बनाने में जो कपड़ा इस्तेमाल किया जाता था वह ₹52 मीटर आता था लेकिन उसकी कीमत अब 70 से 80 रुपए मीटर हो चुकी है। एक जोगी ड्रेस में एक शर्ट पैंट मुझे टाई बेल्ट इत्यादि शामिल रहते हैं पहले एक जोड़ी ड्रेस 800 रुपए से लेकर 1000 रुपए के बीच आती थी लेकिन अब कपड़ा महंगा होने के चलते एक जोड़ी ड्रेस के लिए 1200 से 1500 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। निजी स्कूलों के किताब कॉपियां और स्टेशनरी के सामान से लेकर ड्रेस और स्कूल परिवहन भी महंगा हो गया है।
April New Session 2023-24
जैसा कि हमने बताया कि प्रदेश में नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू कर दिया जाता है लेकिन इस वर्ष नए शैक्षणिक सत्र को देरी से प्रारंभ किया जाएगा क्योंकि इस समय संपूर्ण प्रदेश में परीक्षाओं का आयोजन चल रहा है इससे पहले भी बोर्ड की परीक्षाएं 5 अप्रैल को ही समाप्त हुई है जबकि कक्षा आठवीं के बोर्ड परीक्षा के अब भी 2 पेपर होना बाकी है। ऐसे में नया शैक्षणिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू करना संभव नहीं था इसलिए इस बार नया शैक्षणिक सत्र 17 अप्रैल से प्रारंभ किया जाएगा। इस समय कक्षा नवी और ग्यारहवीं की परीक्षाएं चल रही हैं वही शासकीय स्कूलों की कक्षा तीसरी चौथी छठी एवं सातवीं की परीक्षा 8 अप्रैल से शुरू कर दी गई है इन परीक्षाओं का समापन जल्द ही किया जाएगा ताकि नए शैक्षणिक सत्र को जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाए।
FAQs related to MP Stationary Price Hike 2023
New Academic Session कब से शुरू होता है?
New Academic Session 1 अप्रेल से शुरू होता है।
इस वर्ष नया सेशन कब से प्रारंभ होगा?
बोर्ड परीक्षाओं के चलते इस बार नया शैक्षणिक सत्र 17 अप्रैल से शुरू किया जाएगा।
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