माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा मान्यता प्राप्त मध्य प्रदेश की सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में नए सत्र 2022 – 23 में छात्र – छात्राओं को एडमिशन के लिए दिए जाएंगे अधिक समय। और सत्र 2022 – 23 के लिए एडमिशन प्रक्रिया को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। आज के आर्टिकल में हम आपको वर्ष 2022-23 में एडमिशन से सम्बंधित जानकारी देने वाले हैं साथ ही इस बार विद्यार्थियों को साइकिल वितरण योजना को लेकर भी एक खबर आई है तो उसे भी आज की पोस्ट के माध्यम से जान सकेंगे।
छात्रों को साइकिल मिलने की संभावना कम | MP school admission 2022
शासन की अति महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक साइकिल वितरण योजना कोरोना की भेंट चढ़ गई है। दो शैक्षणिक सत्रों के लगभग 39 हजार साइकिल के लिए पात्र छात्र इस योजना के लाभ से वंचित हो गए हैं, क्योंकि राज्य शिक्षा केन्द्र ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2022 23 के लिए पात्र छात्राओं की सूची जिला शिक्षा केन्द्र से मांगी गई है। अभी तक साइकिल वितरण के लिए वरिष्ठ कार्यालय के दिशा निर्देशों का इंतजार किया जा रहा था। विभाग से जुड़े जानकार बताते हैं कि शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कक्षा 6वीं की 5283 एवं कक्षा 9वीं की साढ़े 13 हजार विद्यार्थियों को साइकिल उपलब्ध कराई गई थी। इसी प्रकार शैक्षणिक सत्र 2018-19 में कक्षा 6वीं की 5885 एवं कक्षा 9वीं की 14 हजार 58 विद्यार्थियों को साइकिल दी गई थी।
2 क्लास आगे पहुंच गए विद्यार्थी
जिन छात्र-छात्राओं को कक्षा 6वीं में साइकिल मिलनी चाहिए थी, वे विद्यार्थी अब कक्षा 8वीं में पहुंच गए हैं। वहीं कक्षा 9वीं का छात्र 11वीं में पहुंच गया है। नियमानुसार कक्षा 6वीं एवं 9वीं में जब विद्यार्थी प्रवेश पाता है तो उसे तय मापदंडों के अनुसार साइकिल दे दी जाती है पर स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश न आने के कारण वे छात्र भी इस योजना से वंचित हो गए हैं।
कक्षा 6वीं के छात्र को 9वीं में मिलेगा लाभ
विभाग से जुड़े जानकार बताते हैं कि कक्षा 6वीं में जो छात्र साइकिल वितरण योजना से वंचित हो गए हैं, उन छात्रों को अब कक्षा 9वीं में ही इस योजना का लाभ मिल सकेगा। मगर कक्षा 9वीं जो विद्यार्थी अब 11वीं में पढ़ रहे हैं, उन विद्यार्थियों को मौजूदा स्थितियों के अनुसार इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

MP school admission 2022 प्रक्रिया इस बार देर तक चलेगी
राजधानी सहित प्रदेशभर में निजी विद्यालयों में सत्र 2022-23 की प्रवेश कारण पिछले दो वर्षों से शैक्षणिक सत्र बुरी तरह से प्रभावित रहा है। इस बार संक्रमण कम होने और स्कूली छात्रों का वैक्सीनेशन होने से उम्मीद है कि विद्यालयों में बड़ी संख्या में प्रवेश होंगे और समय से शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बावजूद जून-जुलाई तक प्रवेश चलते रहेंगे। स्कूलों में प्रवेश के लिए अब आनलाइन और आफलाइन दोनों तरह की प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी।
प्राइवेट स्कूलों में जल्द दिए जाते हैं एडमीशन
शहर के ज्यादातर निजी स्कूलों में जनवरी से लेकर मार्च तक आगामी सत्र के लिए प्रवेश हो जाते हैं, क्योंकि बेहतर पढ़ाई के लिए केंद्रीय कर्मचारी, शासकीय कर्मचारी सहित धनाढ्य व प्रबुद्ध वर्ग इन्हीं स्कूलों में अपने बच्चों को प्रवेश दिलाना पसंद करते हैं। इसके चलते इन विद्यालयों में वेटिंग की स्थिति बन जाती है।
जानिए वर्ष 2019 – 20 और 2020 – 21 के हालात
मार्च 2020 में लगे पहले कोरोना लाकडाउन के समय तक स्कूलों में प्रवेश फुल हो गए थे, लेकिन कक्षाएं नहीं लग पाईं। स्कूलों में विद्यार्थियों की परीक्षा भी आयोजित नहीं हो सकीं और ज्यादातर विद्यार्थी जनरल प्रमोशन के चलते उत्तीर्ण हो गए। 2021-22 सत्र भी गत अप्रैल से मई तक लाकडाउन के कारण प्रभावित रहा और विद्यालय नहीं खुल सके। वहीं कोरोना की तीसरी लहर के कारण जनवरी माह में स्कूल बंद कर दिए गए।
दो साल से घर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं विद्यार्थी
स्कूलों में प्रवेश नर्सरी से लेकर पांचवीं कक्षा तक सबसे ज्यादा होते हैं। गत दो वर्षों में इन कक्षाओं की पढ़ाई आनलाइन हो रही है। बच्चे घर बैठकर मोबाइल, टेबलेट या लैपटाप पर ही आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। अभिभावक भी चाहते हैं कि आनलाइन की बजाय बच्चे कक्षाओं में जाकर पढ़ाई करें, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते वे जोखिम भी नहीं लेना चाहते हैं। इस बार कोरोना संक्रमण का खतरा कम होने के कारण स्कूलों में प्रवेश की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।
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