एमपी बोर्ड द्वारा आयोजित हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की प्रायोगिक परीक्षाएं और आंतरिक मूल्यांकन में गलत नंबर भर दिए गए हैं। केंद्रों एवं संस्था द्वारा आंतरिक मूल्यांकन में ऑनलाइन नंबर में गड़बड़ी की शिकायत के बाद बोर्ड बोर्ड ने 31 मार्च तक गलती सुधारने को कहा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि नियमित छात्रों की 12 फरवरी से 25 मार्च एवं प्रायवेट छात्रों की प्रायोगिक परीक्षाएं 17 फरवरी से 20 मार्च तक आयोजित की जाएंगी। केंद्रों एवं संस्था द्वारा आंतरिक मूल्यांकन में ऑनलाइन गलत प्रविष्टि होने के पत्र मंडल को प्राप्त हो रहे हैं।
आंतरिक मूल्यांकन एवं पर्यावरण अध्ययन में गलती सुधार की सुविधा संबंधित संस्था के लॉगिन में (केवल एक बार) उपलब्ध रहेगी। प्रायोगिक परीक्षा के अंकों में गलती सुधार की (केवल एक बार) सुविधा जिले की समन्वय संस्था के प्राचार्य के लॉगिन में उपलब्ध रहेगी। त्रुटि सुधार के लिए बाह्य परीक्षक एवं संबंधित संस्था के प्राचार्य का प्रमाणीकरण आवश्यक होगा जारी निर्देशों में यह भी कहा गया है कि विषय सुधार संबंधी प्रकरणों में यदि विषय सुधार के बाद आंतरिक मूल्यांकन में अंकों की प्रविष्टि में सही विषय प्रदर्शित नहीं हो रहा है, तो त्रुटिपूर्ण विषय में अंकों की प्रविष्टि की जा सकती है। ऐसी स्थिति में त्रुटिपूर्ण विषय में भरे गए अंकों को सुधार कराए गए विषय के अंक मान्य किए जाएंगे।
प्रश्न पत्रों की त्रुटि पर छात्रों को अब मिलेंगे पूरे अंक:-
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षाओं में प्रश्न पत्रों में हुई त्रुटियों के अब पूरे अंक माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षार्थियों को देगा। जिससे परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए यह बड़ी राहत होगी। गौरतलब है कि इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए भेजे गए प्रश्न पत्रों में काफी त्रुटि सामने आई है। आउट आफ सलेबस प्रश्न पत्रों में आए प्रश्नों के पूरे अंक छात्रों को दिए जाएंगे। इस हेतु मंडल द्वारा पत्र जारी किया गया है। हालांकि पहले चरण की कॉपियां जांची जा चुकी हैं जिसके चलते परीक्षार्थियों को लाभ नहीं मिल सकेगा। उल्लेखनीय है कि पांच मार्च से बोर्ड की समन्वयक संस्था में मूल्यांकन कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। मगर मंडल द्वारा यह आदेश देरी से जारी किया गया।
- Board exam 2022- ADM reached evaluation center
- mp board copy checkIng
- 5th and 8th exam guidelines
- Student of 12th class Absent

जिसकी वजह से जो उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा चुकी हैं उन कॉपियों में त्रुटि के नंबर छात्रों को नहीं मिल सकेंगे। ऐसे में वह छात्र अंक पाने से वंचित रह जाएंगे। जिनकी कॉपियों का मूल्यांकन आदेश से पहले हो चुका है। ऑनलाइन पोर्टल में फीड होते हैं प्रतिदिन अंक-बताया गया है कि मंडल द्वारा जारी कॉपियों के मूल्यांकन के सभी अंक प्रतिदिन भेजे जाते हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल के मूल्यांकन कार्य में लगे मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा । जांची गई कापियों के अंकों को प्रतिदिन पोर्टल में फीड किया जाता है। फीडिंग के बाद जांची गई कॉपियों में त्रुटि के अंक छात्रों को नहीं मिल सकेंगे।
सरकारी दफ्तर में बंद हो मोबाइल फोन का इस्तेमाल, राज्य सरकार नियम बनाए:-
मद्रास हाईकोर्ट ने कहा है कि सरकारी कर्मचारियों को ऑफिस ऑवर्स में मोबाइल फोन चलाने की इजाजत नहीं होनी चाहिए। जस्टिस एसएम सुब्रमण्यम ने तमिलनाडु सरकार को ने आदेश दिया है कि वो इसको लेकर नियम बनाए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। कोर्ट ने कहा कि अगर कोई इमरजेंसी कॉल है तो इसके लिए सीनियर से परमिशन से ऑफिस से बाहर जाकर कॉल की जा सकती है। इसके अलावा बाकी किसी भी स्थिति में मोबाइल फोन या तो स्विच ऑफ pi साइलेंट या वाइब्रेशन मोड में होना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में अनुशासन होना चाहिए। कोर्ट ने ये भी कहा कि दफ्तरों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल के मामले बढ़ रहे हैं जिससे काम प्रभावित हो रहा है। हाईकोर्ट ने ये टिप्पणी उस याचिका पर सुनवाई करते हुए दी, जहां एक कर्मचारी को इसलिए सस्पेंड कर दिया गया, क्योंकि वो अपने साथी की -वीडियो बना रहा था।
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