मेडिकल कॉलेज में डाटा इंट्री, काउंटर, नर्स और लैब टेक्नीशियन बनने का सपना लेकर आए अभ्यर्थियों को प्रबंधन ने झटका दे दिया हिंदी मीडियम के छात्रों को अंग्रेजी का पर्चा थमा दिया गया। विरोध हुआ लेकिन हिंदी में प्रश्न पत्र नहीं मिला। कईयों के होश प्रश्न पत्र देखकर ही उड़ गए। इसमें सिर्फ उन्हें ही फायदा मिला जो अंग्रेजी माध्यम के थे। योग्यता होते भी नौकरी का सपना चकनाचूकर कर दिया गया। बेरोजगारी की मार इस कदर है कि एक सरकारी पद के लिए सैकड़ों आवेदन पहुंच रहे हैं। मारा मारी मची है।
एआरटी सेंटर में चार पदों पर भर्ती के लिए 250 से अधिक परीक्षार्थियों ने किश्मत आजमाई। मेडिकल कॉलेज में सोमवार को भारी भीड़ रही। दो शिफ्ट में परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में कुछ गड़बड़ियों ने अभ्यर्थियों को परेशान किया। हालांकि कुछ छात्रों के अलावा ज्यादा ने विरोध नहीं किया विरोध को भी प्रबंधन ने दबा दिया। दरअसल एआरटी सेंटर के लिए चार पद पर संविदा भर्ती निकाली गई थी। इसके आवेदन मांगे गए थे। स्कूटनी के बाद जो नियमों में फिट बैठे, उन्हें परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी किया गया। परीक्षा hat 4 आवेदन की सारी प्रक्रिया हिंदी में ही थी। आवेदन का विज्ञापन भी हिंदी में ही जार किया गया।
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अंग्रेजी में प्रश्न पत्र होगा, इसका कहीं जिक्र नहीं था। यही वजह है कि हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थियों ने इसमें आवेदन किया। जब परीक्षा देने की बारी आई तो हिंदी माध्यम के छात्रों को अंग्रेजी का प्रश्न पत्र थमा दिया गया अंग्रेजी का प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों के समझ में ही नही आया विरोध किया तो प्रबंधन ने हिंदी में ट्रांसले करने की बात कर मामले को दबा दिया। कइयों क परीक्षा सिर्फ अंग्रेजी माध्यम में प्रश्न पत्र होने के कारण खराब हो गयी। योग्यता के बाद भी कई अभ्यर्थी दौ से पीछे रह जाएंगे।
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दो पालियों में हुई परीक्षा:-
काउंसलर एवं लैब टेक्नीशियन के संविदा पद के लिए आवेदकों की भर्ती परीक्षा 28 फरवरी को सुबह 11 बजे से 12 बजे तक, स्टाफ नर्स एवं डाटा मैनेजर के संविदा पद की भर्ती परीक्षा दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे तक आयोजित की गई। परीक्षा मेडिकल कॉलेज के तृतीय तल पर आयोजित की गई। सभी चार पद संविदा के अस्थायी पद हैं: संबंधित चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अधीन हैं।
इस के लिए चयन की सभी प्रक्रिया उन्हीं के स्तर से की जानी है। नियुक्ति आदेश भी उन्हीं के स्तर से जारी किए जाएंगे। मेडिकल आफीसर रीवा में 1 पद, काउंसलर 1 पद, लैब टेक्नीशियन 1 पद, डाटा मैनेजर 1 पद, स्टाफ नर्स 1 पद के लिए परीक्षा आयोजित की गई। यह पद एआरटी केन्द्र एवं एफआईएआरटी केन्द्र के लिए सविदा आधार पर निकाली गई है।

विवि के दो प्रोफसरों से तैयार कराया गया था प्रश्न-पत्र:-
एआरटी के चार पदों में भर्ती के लिए प्रश्न पत्र की जिम्मेदारी अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के दो महिला प्रोफसरों को सौंपी गई थी। दोनों महिला प्रोफसरों ने प्रश्न पत्र तैयार किया था। इसी के आधार pi ही अंग्रेजी dot 4 प्रश्न पत्र छपवाए गए भाषा के माध्यम का इसमें ध्यान नहीं रखा गया। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब सारी परीक्षाएं हिंदी में हो रही हैं।
एमबीबीएस की पढ़ाई तक हिंदी में कराई जा रही है. तो डाटा इंट्री, स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन जैसे पदों के लिए अंग्रेजी की बाध्यता क्यों रखी गई। समझ से परे है। चार पदों के लिए करीब 250 के करीब अभ्यर्थी परीक्षा देने आए थे। इसमें से कई अनुपस्थित भी रहे। परीक्षा अंग्रेजी में ही होती है। सिर्फ एक महिला अभ्यर्थी ने विरोध किया था। उन्हें कहा गया था कि यदि समझ नहीं आता तो हिंदी में अनुवाद कर दिया जाएगा। इसके अलावा किसी ने आपत्ति नहीं जताई 15 मार्च तक रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे।
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