MP Board New Subject 2022-23: इस सत्र में पाठ्यक्रम में हुआ बदलाव, देखिए क्या-क्या बदला

MP Board new subject 2022-23
MP Board new subject 2022-23

माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने इस सत्र से इस सत्र से दसवीं व बारहवीं में कई बदलाव किया गया है। इस सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल किया जाएगा। इस सत्र से नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवक को समाप्त कर 10वीं व 12वीं में कौशल आधारित पाठ्यक्रम शामिल किया जाएगा। इसके लिए पाठ्यचर्या समिति के पास प्रस्ताव भेजकर अनुमति ले ली गई है और शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है। शासन से अनुमति मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। इसमें 10वीं में 19 कौशल आधारित विषय और 12वीं में 39 विषयों को शामिल किया जाएगा।

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माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने सत्र 2022-23 की हाईस्कूल की सैद्धांतिक और प्रायोगिक परीक्षा के पेपरों के अंकों के साथ भाषाओं को लेकर बदलाव किया है। सामान्य छात्रों को भाषा विषयों में हिंदी, अंग्रेजी लेना अनिवार्य कर भाषा विषयों में से तृतीय भाषा के रूप में किसी एक भाषा का चयन करना होगा। अभी तक छात्र हिंदी, अंग्रेजी के अलावा संस्कृत भाषा व्यावसायिक शिक्षा शुरू होने पर छात्र अब संस्कृत के स्थान पर व्यावसायिक विषय चुन सकेंगे। यही स्थिति 10वीं में भी रहेगी। छात्र 11 वीं और 12वीं में भी व्यावसायिक शिक्षा के विषय की पढ़ाई करेंगे।

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MP Board new subject 2022-23 overview

TitleMP Board new subject 2022-23
OrganizationMadhya Pradesh Board of Secondary Education Bhopal
StateMadhya Pradesh
BoardMP Board
Article typeSubject addition
Class10th & 12th
Academic year2022-23
Official websitempbse.nic.in

 

MP Board new subject 2022-23
MP Board new subject 2022-23

मध्य प्रदेश बोर्ड के छात्र-छात्राओं में सर्वांगीण विकास को देखकर इन विषयों को शामिल किया जा रहा है। दरअसल, माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा एक बार फिर से नए सत्र 2022-23 के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बता दें, कि मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं सहित व्यावसायिक परीक्षाओं के प्रवेश और परीक्षा को लेकर नवीन दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। माशिमं की ओर से निर्देश के अनुसार सभी संस्थानों को आदेश की कार्रवाई पूर्ण करने के विशेष निर्देश प्रदान किए गए हैं।

  • एमपी बोर्ड ने किया बदलाव, हिंदी-अंग्रेजी विषय अनिवार्य
  • तीसरी भाषा की जगह अब ले सकते हैं व्यावसायिक विषय
  • इस सत्र से माशिमं ने किया कौशल आधारित पाठ्यक्रम में बदलाव
  • 10वीं में 19 कौशल आधारित विषय और 12वीं में 39 विषयों को किया शामिल

हिंदी अंग्रेजी विषय लेना है अनिवार्य

जानकारी के अनुसार माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा परीक्षा नियंत्रक के हस्ताक्षर से आदेश जारी किए गए हैं। इस पत्र के मुताबिक सभी छात्र-छात्राओं को भाषा विषय में हिंदी और अंग्रेजी लेना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा शेष भाषा में वे तृतीय भाषा के रूप में किसी एक भाषा का चयन कर सकेंगे। साथ में ही माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी पत्र में कहा गया कि कौशल आधारित विषय का चयन तृतीय भाषा के स्थान पर किया जा सकेगा। इसके अलावा कौशल आधारित विषय का चयन करने वाले विद्यार्थियों को एक महत्वपूर्ण विषय का ध्यान रखना बेहद अनिवार्य है l

मंडल ने कहा है कि नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के विषय का चयन तृतीय भाषा का चयन कर सकेंगे। एनएसक्यूएफ विषय का चयन करने वाले छात्र प्रथम भाषा के लिए हिंदी, अंग्रेजी भाषा में से किसी एक विषय का चयन करना होगा और द्वितीय भाषा में से कोई एक भाषा विषय का चयन किया जा सकेगा।

तमिल, कन्नड़ व मलयालम भाषा भी होगी शामिल

विद्यार्थियों के लिए प्रथम भाषा के लिए हिंदी और अंग्रेजी भाषा में से किसी एक विषय का चयन करना अनिवार्य रहेगा। वहीं विद्यार्थी द्वितीय भाषा के चयन के लिए शेष क्षेत्रीय भाषा में से कोई एक भाषा विषय का चयन कर सकेंगे। इस सत्र में साउथ इंडियन के तमिल, कन्नड़ व मलयालम भाषा को शामिल किया जा रहा है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय भाषा फ्रेंच और जापान की भाषा को शामिल किया जा रहा है।

यह भी बदलाव किए हैं

हाईस्कूल की सैद्धांतिक परीक्षा 80 अंक के बजाए 75 की और प्रायोगिक – आंतरिक मूल्यांकन 20 के बजाय 25 अंक की होगी। स्वाध्यायी छात्रों के लिए विज्ञान विषय में 75 अंक सैद्धांतिक परीक्षा व प्रायोगिक परीक्षा के लिए 25 अंक तय किए गए हैं। विज्ञान विषय को छोड़कर अन्य विषयों में पेपर 75 अंकों का होगा, मगर मूल्यांकन 100 अंक के आधार पर होगा। हायर सेकंडरी की परीक्षा सत्र 21-22 के अनुसार यानि नियमित छात्रों के लिए प्रायोगिक विषयों को छोड़कर सभी विषयों के पेपर 80 अंक के होंगे व आंतरिक मूल्यांकन के लिए 20 अंक निर्धारित किए गए हैं।

11वीं और 12वीं में भी व्यावसायिक विषय की परीक्षा होगी

कक्षा 9वीं से व्यावसायिक शिक्षा अनिवार्य कर दी गई है। अभी हिंदी, “अंग्रेजी के साथ संस्कृत विषय लेना पड़ता था मगर अब संस्कृत के स्थान पर छात्र व्यावसायिक शिक्षा का विषय चुन सकेंगे। 10वीं में भी यही स्थिति रहेगी। 11वीं और 12वीं में छात्र एक विषय के रूप में व्यावसायिक ट्रेड की पढ़ाई करेंगे। त्रैमासिकव अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 25 अंकका आंतरिक मूल्यांकन (प्रायोगिक प्रोजेक्ट) विद्यालय स्तरपर होगा। छात्रों को आंतरिक मूल्यांकनके लिए 55 अंक त्रैमासिक अर्द्धवार्षिक परीक्षा में अर्जित अंकों के समान अधिभार के आधार पर दिए जाएंगे।

FAQs about MP Board new subject 2022-23

1. इस बार कौशल आधारित विषय कितने होंगे?

Ans. कक्षा दसवीं में 19 कौशल आधारित विषय तथा कक्षा 12वीं में 39 कौशल आधारित विषय होंगे l

2. क्या हिंदी विषय के साथ अन्य कौशल आधारित विषय ले सकते हैं?

Ans. दोस्तों हिंदी एवं अंग्रेजी विषय लेना आपके लिए अनिवार्य है l हिंदी एवं अंग्रेजी विषय की अनिवार्यता के साथ आप कौशल आधारित विषय ले सकते हैं l

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Tauseef was born in Deharadoon, Uttarakhand. He began writing in 2021, and has contributed to the educational and finance content. He lives in Nainitaal.