MP Board 9th Class Admission Age : मध्य प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो प्रदेश के हजारों छात्रों को राहत प्रदान करेगा। अब 13 साल की आयु सीमा को खत्म करते हुए, 13 साल से कम उम्र के बच्चों को भी नौवीं कक्षा में प्रवेश मिल सकेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है, जिससे शिक्षा की राह में आने वाली बाधाएं कम होंगी और बच्चों को उनके भविष्य के लिए बेहतर अवसर मिलेंगे। इस निर्णय से न केवल छात्रों को लाभ मिलेगा, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में भी सकारात्मक बदलाव आएंगे। पूरी जानकारी के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़ते रहें।
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स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार, यह नया आदेश वर्ष 2024-25 के लिए लागू होगा। इससे पहले, 8वीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके 13 साल से कम उम्र के बच्चों को 9वीं कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। यह नियम उन बच्चों के लिए समस्या बन गया था जो अपने शैक्षिक वर्ष को पूरा करने के बाद भी आयु सीमा के कारण अगली कक्षा में प्रवेश नहीं ले पा रहे थे। इसके कारण हाईस्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा के लिए भी उनके नामांकन में कठिनाइयां आ रही थीं।
शैक्षिक अवसरों को बढ़ाने के उद्देश्य से, राज्य सरकार ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए कक्षा 9 में प्रवेश की न्यूनतम आयु सीमा में छूट देने का फैसला किया है। यह निर्णय, सार्वजनिक शिक्षा आयुक्त के प्रस्ताव के बाद लिया गया है, जिससे भिकनगांव विधानसभा के 876 छात्र और उनके माता-पिता को राहत मिलेगी।
यह आदेश, 8 जुलाई को स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव ओएल मंडलोई द्वारा हस्ताक्षरित है, जिससे सख्त आयु मानदंड से प्रभावित परिवारों को राहत मिली है। अब तक, 31 दिसंबर 2010 के बाद जन्मे बच्चे, जो 13 वर्ष की न्यूनतम आयु से कम थे, कक्षा 9 में प्रवेश के लिए अयोग्य थे।
आयु सीमा छूट की मांग
भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने भोपाल में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह से मुलाकात की और कक्षा 9 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए आयु सीमा में छूट देने की मांग की। साथ ही, उन्होंने माध्यमिक शिक्षा मंडल में नामांकन के लिए भी आयु सीमा में छूट देने का आग्रह किया।
9वीं कक्षा एडमिशन में बदलाव
नए नियमों के अनुसार, कक्षा 1 में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु 6 वर्ष और कक्षा 9 के लिए 13 वर्ष होनी चाहिए। भाजपा नेता सुरेंद्र शर्मा ने शिक्षा मंत्री से कहा कि इस नियम के लागू होने से पहले पिछले 8 वर्षों से छात्र निरंतर पढ़ाई कर रहे हैं। अगर 13 वर्ष से कुछ महीने कम उम्र के छात्रों को आयु सीमा के कारण कक्षा 9 में प्रवेश और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में दाखिला नहीं दिया गया तो इससे हजारों छात्रों को परेशानी होगी।
नेता, सुरेन्द्र शर्मा ने स्कूल शिक्षा मंत्री से कहा कि जो विद्यार्थी कक्षा 9वीं में एडमिशन लेकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की नामांकन प्रक्रिया में भाग लें जा रहे हैं, उन्हें आयु सीमा की बाध्यता से मुक्त रखा जाए। उन्होंने कहा कि ये विद्यार्थी पहले ही आठवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं, इसलिए केवल आयु के कारण उन्हें कक्षा 9वीं में एडमिशन से वंचित न किया जाए। शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने सुरेन्द्र शर्मा की बात से सहमति जताते हुए कहा कि आयु सीमा में छूट देने पर विचार किया जाएगा।
बच्चों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
इस नए आदेश के बाद बच्चों और उनके अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर अब अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बच्चों को अब बिना किसी चिंता के अपने शैक्षिक सफर को जारी रखने का मौका मिलेगा।