जनवरी के पहले सप्ताह में विभागवार हुई समीक्षा के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की– केंद्रीय आम बजट के एक दिन बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मंत्रालय में वरिष्ठ अफसरों के साथ विभिन्न योजनाओं वह मुद्दों पर मंथन किया। उन्होंने जनवरी के पहले सप्ताह में विभागवार हुई समीक्षा के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट अमृत काल का बजट है। यह प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने का समय है। टीम मध्यप्रदेश बिना एक क्षण गवाए, प्रदेश के विकास और उन्नति के लिए निरंतर कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा-केंद्रीय बजट अमृत काल का बजट है, यह तस्वीर व तकदीर बदलने का समय है। बड़ी चुनौती और अवसर हमारे सामने केन बेतवा लिंक की है, उसे प्रमुखता से लेना चाहिए। इसका बड़ा लाभ मध्यप्रदेश को मिलने जा रहा है।बैठक में सभी मंत्री, मुख्य सचिव, सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव मौजूद रहे। सीएम ने किया मंथन:- प्रदेश के सभी विभाग केंद्रीय आम बजट की रोशनी में अपना-अपना रोड मैप बनाएं। अब स्कूल शिक्षा विभाग में जिलों और स्कूलों की रैंकिंग होगी- मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग राष्ट्रीय शिक्षा नीति का तेजी से क्रियान्वयन हो। ट्रेनिंग को संस्थागत रूप दे दे, ट्रेनिंग हो जाएगी तो बच्चों का ज्यादा सिलेक्शन होगा।
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मुझे तो विश्वास है मध्यप्रदेश के बेटे गजब ढा देंगे-
मुख्यमंत्री ने समीक्षा में कहा कि इंदौर में मैंने स्टार्टअप की मीटिंग को मुझे सुखद आश्चर्य हुआ, हमारे बेटे बहुत प्रतिभाशील है। मुझे तो विश्वास है अपने मध्यप्रदेश के बेटे गजब ढा देंगे। 76000 विद्यार्थियों ने जैविक खेती को चुना है, तो यह बड़ी बात है। सब काम समय सीमा से हो यह सुनिश्चित हो। 76 हजार विद्यार्थियों ने जैविक खेती को चुना…… सीएम ने पूछा आपके कितने परसेंट इंजीनियर फील्ड में घूमते हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएचई विभाग का 40 हजार करोड़ घर-घर जल पहुंचाने के लिए खर्च कर रहे हैं।जल संसाधन निरीक्षण करो और ऑनलाइन डिटेल दो शिवराज सिंह ने जल संसाधन विभाग की समीक्षा में कहा कि नहरों के काम को प्राथमिकता से किया जाए। साथ ही कितने परसेंट इंजीनियर आपकी फील्ड में घूमते हैं सब जानकारी डैशबोर्ड में डालें। बड़ी चुनौती और अवसर है हमारे सामने केन बेतवा लिंक की है उसे प्रमुखता एक लेना चाहिए। इसका बड़ा लाभ मध्यप्रदेश को मिलने जा रहा है केन बेतवा को लेकर सारे लक्ष्य तय करके काम हो इसलिए लापरवाही नहीं चलेगी।
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दोषियों से किसी भी तरह की सहानुभूति नहीं रखें-
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग की समीक्षा में कहा कि निर्माण कार्यो में गुणवत्ता को लेकर सजग रहें। दोषियों से किसी भी तरह की सहानुभूति नहीं रखी जाए। सड़कों और अधोसंरचना निर्माण के तहत बड़े पैमाने पर कार्य जारी है। प्रदेश में ठेकेदारों को प्रशिक्षण देने की जरूरत है इस दिशा में पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेज की मदद ले। इसके साथ ही युवा इंजीनियर योजना के अंतर्गत जिन इंजीनियरों को ठेकेदार बनना है उन को प्रोत्साहन देने के लिए भी आवश्यक व्यवस्था करने पर विचार किया जाए। चौहान ने कहा कि सर्किट हाउस और रेस्ट हाउस का व्यवसाय का प्रबंधन करें।
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में 105 रेलवे ओवरब्रिज के लिए कार्य जारी है इसके साथ ही फूलों के सेफ्टी ऑडिट का कार्य शुरू किया गया है ऑडिट के अनुरूप उनका संधारण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़कों के संधारण को लेकर सजग रहें तथा सर अक्षरों में किसी भी कारण से लंबित नहीं हो और ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी सड़कों को भी प्राथमिक रूप से पूर्ण किया जाए।
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