Joshimath Uttarakhand Sinking: देवभूमि उत्तराखंड के जोशीमठ भू धंसाव के कारण (Joshimath Uttarakhand Sinking) जैसे हालात बन रहे हैं। जिसके कारण जोशीमठ के 723 घरों में दरारें आ चुकी हैं। इन घरों पर राहत कर्मियों द्वारा लाल क्रॉस के निशान लगा दिए गए हैं। इन घरों के निवासियों को राहत शिविर में शिफ्ट किया जा रहा है। लेकिन Joshimath Uttarakhand Sinking के बाद भी लोग अपने घरों को छोड़कर जाने को तैयार नहीं थे।
लोगों का कहना था, कि अगर उन्हें शासन से पुनर्वास और मुआवजे का आश्वासन मिलेगा तो ही, वे इस घर को छोड़कर जाएंगे। Joshimath Uttarakhand Sinking के चलते खतरे के मैं आए दो होटलों को तोड़ने की तैयारी की जा रही है। लेकिन इसके लिए लोग तैयार नहीं है, उनमें इस बात को लेकर आक्रोश देखा गया है। कई लोग तो इसके विरोध में धरने पर भी बैठ गए हैं.
Joshimath Uttarakhand Sinking
Joshimath Uttarakhand Sinking चलते राहत कर्मियों द्वारा 4000 लोगों को निकाला जा चुका है इस पर विशेषज्ञों का कहना है कि जिन इमारतों में दरार आई है वह ज्यादा नुकसान हुआ है केवल उन्हें ही ध्वस्त किया जाएगा जिससे आसपास की इमारतों को नुकसान नहीं होगा। आंतों को मंगलवार यानी 10 जनवरी को ध्वस्त किया जा चुका है जोशीमठ के क्षेत्र को तीन जोन में बांटा गया है जो खतरनाक बफर और पूरी तरह से सुरक्षित हिस्सों में बांटे गए। चोको भूस्खलन के खतरे के आधार पर बनाया गया है जोशीमठ में भूत सांप के चलते 600 से ज्यादा इमारतों में दरार आ गई है। जिनमें से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाली इमारतों को ध्वस्त किया जा रहा है।
Joshimath Uttarakhand Sinking overview
Topic | Details |
Article | Joshimath Uttarakhand Sinking |
Category | Natural calamity |
Place | India |
State | Uttrakhand |
Year | 2023 |
Joshimath Uttarakhand News
Joshimath Uttarakhand Sinking आपदा के चलते जोशिमठ का 30 फीसदी हिस्सा भू धंसाव के कारण प्रभावित हुआ है। सिमट के साथ यहां के आसपास के इलाकों में निर्माण गतिविधियों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 4000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। Joshimath Uttarakhand News कोटा बेकर गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा है कि जोशीमठ का 30 फ़ीसदी हिस्सा प्रभावित हुआ है इससे संबंधित विशेषज्ञों की कमेटी पर एक सामूहिक रिपोर्ट दी जाएगी जो पीएम कार्यालय में जमा होगी।

PM Modi On Joshimath Uttarakhand Sinking
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ को बचाने के लिए पीएम से अब मदद मांगी है जिस पर पीएम मोदी ने उत्तराखंड सरकार को आश्वासन देते हुए हर संभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया है। जोशीमठ में केवल इमारतों को ही ध्वस्त किया जाएगा जो खतरा साबित हो सकती हैं। जोशीमठ के प्रभावित इलाकों के घरों में रहने वाले लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा दिया है इसके साथ ही वहां सामान्य सुविधाओं का इंतजाम भी कर दिया गया है ताकि लोगों को मदद मिल सके। उत्तराखंड के जोशीमठ में राहत कर्मियों द्वारा हर संभव मदद लोगों तक पहुंचाई जा रही है।
Joshimath Uttarakhand Sinking पर विशेषज्ञों का कहना है कि यहां बिना किसी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास किया जा रहा है जिसके कारण जोशीमठ में खतरा बन गया है। जोशीमठ के निवासियों का यह भी कहना है कि हमने सीएम धामी को एनटीपीसी प्रोजेक्ट में सुरंग बनाने के लिए किए जा रहे विस्फोट को लेकर कई चिट्ठियां लिखकर अर्जियां लगाई। अब इन हॉट का प्रभाव जोशीमठ पर पड़ रहा है।
Joshimath Uttarakhand Sinking Rescue operation
Joshimath Uttarakhand Sinking में 603 परिवारों को चिन्हित किया गया था। जिसमें से लगभग 100 से ज्यादा परिवारों को दादा पर भेज दिया गया है। चार भागों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं वही जोशीमठ के क्षेत्र को 3 जोन में बांटा गया है। इसके साथ ही जोशीमठ के क्षेत्रों में UPCL और PITCUL तैनात कर दी गई है। Joshimath Uttarakhand Sinking Rescue operation के लिए 8 सदस्य विशेष कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी है। Joshimath Uttarakhand Sinking Rescue operation में प्रशासन दिन पर दिन अपनी जांच और सर्वे का काम पर जा रहा है इसको लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हर रोज कमेटी बैठाई जा रही है वहीं विस्थापन को लेकर भी का गठन किया जाएगा। जोशीमठ के भू धंसाव के चलते ‘मलारी और माउंट व्यू’ को ध्वस्त किया जाएगा।
Mukhya Sachiv Commetiy For Joshimath Uttarakhand Sinking
जोशीमठ में राहत बचाव कार्य वशीकरण और नव निर्माण करण के लिए प्रशासन द्वारा रोज बैठक करवाई जा रही है पिछले मंगलवार को हुई मुख्य सचिव की बैठक में Joshimath Uttarakhand Sinking की गंभीर हालत का जायजा लिया गया। इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर फैसला संभव है जिसमें चीफ जस्टिस के सामने पूरा मामला रखा जाएगा। वही मंगलवार को हुई मीटिंग में राज्यमंत्री अक्षय भट्ट भी जोशीमठ पर पहुंचे जहां उन्होंने ब्रिगेड हेड क्वाटर खास मीटिंग की।
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