एक सप्ताह के अंदर पहुंचना चाहिए काॅलेज में मार्कशीट
वैसे रिजल्ट घोषित होेने के एक सप्ताह के भीतर काॅलेज में मूल मार्कशीट पहुंच जानी चाहिए, लेकिन मार्कशीटें नहीं पहुंच रही हैं। विद्यार्थी इंटरनेट मार्कशीट का प्रिंट लेकर भटकता रहता है। यदि किसी को कहीं प्रवेश मार्कशीट लगानी है। नाक्री में मार्कशीट लगानी है तो उसके पास मूल मार्कशीट नहीं रहती है। इसे लेने के लिए उसे जेयू आना पड़ता है। यदि किसी विद्यार्थी के रिजल्ट में गलती हो गई है, तो बिना टेबुलेशन चार्ट के उसमें सुधार नहीं किया जा सकता है। रिजल्ट में सुधार के लिए विद्यार्थी भटकता रहता है।
नमस्कार (jiwaji university Mark sheet) दोस्तों जीवाजी विश्वविद्यालय (JU) ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत में एक सार्वजनिक संबद्धता विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय ग्वालियर और चंबल संभाग के सात जिलों में उच्च शिक्षा के संस्थानों को संबद्धता प्रदान करता है: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया और श्योपुर कलां के कॉलेज इस यूनिवर्सिटी में आते है यां लाखों छात्र पढ़ते है किन्तु जीवाजी विवि की व्यवस्थाओं से विद्यार्थी कितने परेशान थे, इसका अंदाजा मार्कशीट, टेबूलेशन चार्ट की स्थिति से लगाया जा सकता है।
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2021 में करीब 143 रिजल्ट घोषित किए, लेकिन उन रिजल्ट की चार्ट जेयू के पास नहीं आए। विद्यार्थियों के पास मार्कशीटें (jiwaji university Mark sheet) नहीं पहुंची। चार्ट नहीं होने से रिजल्ट में सुधार नहीं हो पा रहे हैं। मेडिकल शाखा के करीब 18 रिजल्ट घोषित ही नहीं हुए। पूरक परीक्षाओं के रिजल्ट 2019 से लंबित हैं। नए कुलपति के आने के बाद प्रशासनिक सर्जरी की गई है। इनमें सुधार की व्यवस्था बनाई जा रही है और अधिकारी व कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है।कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी ने परीक्षा कार्य में सुधार के लिए प्रो डीएन गोस्वामी को परीक्षा नियंत्रक का प्रभार दिया गया है। प्रो गोस्वामी ने विद्यार्थी क्यों परेशान हो रहे हैं, इस स्थिति पर अध्ययन किया। पाया कि कोई सिस्टम ही नहीं था।

जाँच करने पर चौकाने वाले तथ्य सामने आए
जब रिजल्ट बनाने वाली कंपनी से मार्कशीट व चार्ट की स्थिति जानी, तो तथ्य चौकाने वाले तथ्य सामने आए। सिर्फ कंपनी ने रिजल्ट घोषित किए हैं, मार्कशीट व चार्ट नहीं दिए। इससे वैसे रिजल्ट घोषित होने केएक सप्ताह के भीतर कालेज में मूल मार्कशीट पहुंच जानी चाहिए, लेकिन मार्कशीटें नहीं पहुंच रहीहै। विद्यार्थी इंटरनेट मार्कशीट का प्रिट लेकर भटकता रहता है।यदि किसी को कहीं प्रवेश मार्कशीट लगानी है। नौकरी में मार्कशीट लगानी है तो उसके पास मूल मार्कशीट नहीं रहती है। इसे लेने के लिए उसे जेयू आना पड़ता है।यदि किसी विद्यार्थी के रिजल्ट में गलती हो गई है,तो बिना टेबुलेशन चार्ट के उसमें सुधार नहीं किया जा सकता है। रिजल्ट में सुधार के लिए विद्यार्थी भटकता रहताहै ।
ये रिजल्ट हैं लंबित है
- सत्र अक्टूबर 2019-बीए, बीकाम, बीएससी,तृतीय वर्ष पूरक परीक्षा
- सत्र मार्च -2019-एमए समाजकार्य पूर्वार्द्ध पूरक परीक्षा
- सत्र मार्च 2020 एमबीए जनरल पूर्वार्द्ध पूरक परीक्षा
- सत्र मार्च 2020 एमबीए जनरल उत्तरारार्द्ध
- सत्र मार्च 2020 एमए उत्तरारार्द्ध (समाजकार्य)
- सत्र मार्च 2020 बीएससी तृतीय वर्ष (द्वितीयअवसर)
- मेडिकलशाखा के 18रिजल्ट लंबितहैं।
इनका कहना है विद्यार्थी परेशान न हो, उसको लेकर व्यवस्था बनाई गई है। बिना मार्कशीट व टेबुलेशन चार्ट के कोई रिजल्ट घोषित नहीं किया जाएगा।रिजल्ट घोषित होने के दूसरे दिन कालेजों में मार्कशीट भेजी जाएंगी। इससे विद्यार्थी परेशान नहीं है।अब हर रिजल्ट नजर रहेगी।
प्रो.डीएन गोस्वामी, परीक्षा नियंत्रक जेयू
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