Indian Rupees Coin Facts: आजकल आप में से कई लोगों ने गौर किया होगा की बाजार में अब ₹5 का सिक्का चलना कम हो गया है और कहीं कहीं तो यह देखने को भी नहीं मिलता। हम पांच रुपए के पुराने मोटे सिक्के की बात कर रहे हैं। Indian Rupees Coin Facts में इसके पीछे बड़ा कारण बताया जा रहा है। खैर ये जानकारी हमने अन्य इंटरनेट स्त्रोतों से जुटाई है जिसके बारे में हम अन्य पाठकों को भी बताने वाले हैं। Indian Rupees Coin Facts खबर में बताया गया है की पांच रुपए के सिक्के अब बाजार में दिखना बंद हो गए हैं। पहले 5 रुपए का एक ही सिक्का चलता था जो वजन में अन्य सिक्कों से वजनी होता था। इसके बाद बाजार में गोल्डन कलर का पांच रुपए का सिक्का भी आया, जो अब भी चल रहा है। गोल्डन कलर के सिक्के के आने के बाद भी पुराना सिक्का बराबर बाजार में चलता रहा है।
Indian Rupees Coin Facts
इंटरनेट पर Indian Rupees Coin Facts की खबर में भारतीय 5 रुपए की मुद्रा को लेकर जो जानकारी बताई जा रही है वो वाकई सोचने लायक है। दरअसल अमुक वेबसाइट ने अपनी वेबसाइट की एक पोस्ट के जरिए Indian Rupees Coin Facts की खबर पब्लिश करते हुए बताया कि अब ₹5 के पुराने सिक्के आना बंद हो गए हैं। इसके अलावा इन सिक्कों को बनाया जाना भी बंद कर दिया गया है। इसके पीछे की वजह भी इस पोस्ट में बताई गई है। खबर में बताया गया की इन सिक्कों का इस्तेमाल गलत तरीके से किया जा रहा था जिसके बारे में पता चलते ही इन्हें बनाया जाना बंद कर दिया गया और धीरे धीरे इनका बाजार में दिखना भी बंद हो गया। इन सिक्कों का मुद्राओं के अलावा भी अलग तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा था इसलिए ये कदम उठाना पड़ा।
Indian Rupees Coin Facts Overview
Topic | Details |
Article | Indian Rupees Coin Facts |
Category | Indian Currency |
Place | India |
Currency | 5 Rupee coin |
Year | 2023 |
Website | eBay.com |
5 Rupee Coin News
5 रुपए के सिक्के बंद किए जाने और इनका बाज़ार में दिखने के पीछे का कारण इनका गलत तरीके से उपयोग करना है। अगर Indian Rupees Coin Facts खबर की माने तो यह ₹5 के सिक्के काफी वजन और मोटे होते थे जिसके कारण इन्हें बनाने में अन्य सिक्कों के मुकाबले ज्यादा धातु का इस्तेमाल होता था। यह सिक्के किस धातु के बने होते थे उसी धातु से दाढ़ी बनाने वाले ब्लेड को भी बनाया जा सकता था। यानी सिक्के और ब्लड बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला धातु लगभग एक समान ही होता है। ऐसी चीज का फायदा तस्कर लोगों ने उठाना शुरू कर दिया था। जब तस्करों को यह बात पता लगी तो उन्होंने सिक्के का गलत तरीके से इस्तेमाल करना शुरू कर दिया जो कि अवैध है। यही कारण है कि बाजार में ₹5 के सिक्के देखना लगभग बंद से हो गए हैं।

Old 5 Rupee Coin Update
बताया गया है कि ₹5 के सिक्के में जितना धातु इस्तेमाल होता था उससे कई दाढ़ी बनाने वाली ब्लेड बनाई जा सकती थी। अनुमान के मुताबिक एक सिक्के से 6 ब्लेड बन जाया करती थी और एक ब्लेड सामान्य तौर पर ₹2 में बिकती है। ऐसे में जब ₹5 का एक सिक्का पिघलाकर उससे 6 ब्लेड बनाई जाती थी तो इस प्रकार से तस्कर ₹5 के सिक्के से ₹12 का मुनाफा कमा रहा था। अमुक वेबसाइट ने अपनी पोस्ट में बताया कि इन सिक्कों की सबसे ज्यादा अवैध तस्करी बांग्लादेश में हो रही थी। हालांकि हमें हमारी वेबसाइट इस तरह की खबरों की पुष्टि नहीं करती है। लेकिन अगर खबरों की माने तो वह कुछ ऐसा ही बता रही हैं। यह तो जाहिर सी बात है कि ₹5 के सिक्के की कीमत ₹5 ही होगी जिसमें उसकी कीमत अनुसार सामान को खरीदा जा सकेगा। लेकिन तस्कर लोग इसका गलत तरीके से प्रयोग कर मुनाफा कमा रहे थे।
Metal value higher than Surface value
सिक्के की कीमत सरफेस वैल्यू और मेटल वैल्यू इन 2 तरीकों की होती है। सरफेस वैल्यू यानी जो सिक्के पर लिखी होती है जैसे कि ₹5 के सिक्के पर पांच लिखा हुआ होता है। वही किसी सिक्के को बनाने में कितनी मेटल का इस्तेमाल हुआ है उसे मेटल वैल्यू कहा जाता है। ₹5 को मेल्ट करने पर उसकी मेटल वैल्यू सरफेस वैल्यू से ज्यादा होती है। बस तस्करों ने इसी बात का फायदा उठाकर उन्हें अवैध तरीके से इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। जब यह बात सरकार और आरबीआई के जानने में आई तो उन्होंने इस तरह के ₹5 के सिक्के को बनाया जाना बंद कर ₹5 के सिक्के को पहले की मुकाबले कम वजनी और पतला बनाया जाने लगा। खैर यह खबर हमें अमुक वेबसाइट द्वारा जानने को मिली है जिसके बारे में हम या हमारी वेबसाइट कोई पुष्टि नहीं करते हैं।
FAQs related to Indian Rupees Coin Facts
भारतीय मुद्रा कौन छापता है?
भारतीय मुद्रा छापने का अधिकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को है।
सिक्के बनाने के लिए किस धातु का इस्तेमाल किया जाता है?
जानकारी के अनुसार सिक्के बनाने के लिए फेरिटिक स्टेनलेस स्टील (17% क्रोमियम और 83% आयरन) का इस्तेमाल किया जाता है।
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