आज के इस आर्टिकल में हम IFFCO DAP Urea price today के बारे में बात करने वाले हैं. किसानों द्वारा अक्सर Dap khad Price 2022 50kg और IFFCO Urea 50 kg Price पूछा जाता है इसके अलावा कई अन्य राज्यों के किसान भी DAP खाद रेट 2022 mp, Up, Rajasthan today आदि सर्च करते है. तो हम आपको यहां पर IFFCO DAP price today के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं. यदि आप भी सभी राज्यों की खाद की कीमतों के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको खाद की कीमतों के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं. इसलिए ऐसे सभी किसान भाई जो खाद की कीमतों को लेकर परेशान रहते है या कीमतों के बारे में जानना चाहती है तो इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ते रहे जिससे कि कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी आपसे ना छूटे.
IFFCO DAP Urea price today
देश की 14 करोड से भी अधिक किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने खाद सब्सिडी को बढ़ा दिया है. अगर बात करे खरीब सीजन 2022 की तो रिकॉर्ड 60,939 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की गई है. सरकार द्वारा की गई इस मेहरबानी के बाद भी आखिर खाद का भाव क्या है किसानों के लिए यह बात मायने रखती है. Fertilizer Price किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है लेकिन आपको बता दे कि हमारे देश में सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के कारण ही मिलने वाली खाद दुनिया में सबसे सस्ती है. क्योंकि सरकार इस बात को भी भली भाति जानती है कि यदि रॉ मटेरियल में बढ़ोतरी का बोझ भी किसानों पर डाला जाएगा तो सरकारों को सियासी नुकसान हो सकता है. तो हम आपको यहां पर सभी खादो की एक प्राइस लिस्ट बताने वाले हैं जिसकी माध्यम से आप आसानी से खाद के भावो का पता लगा सकते हैं.
Dap khad Price 2022 50kg
मोदी सरकार द्वारा शुरुआत से ही खेती किसानी को अपने अपने एजेंट में सर्वोपरि रखा है इसलिए सरकार ने ना सिर्फ MSP पर फसलों की रिकॉर्ड खरीद की है बल्कि खाद के कच्चे माल के दाम में वृद्धि का बोझ भी कभी किसानों पर नहीं डाला. इसके परिणाम स्वरुप हर साल सब्सिडी बढ़ाना पड़ रहा है. इसके अतिरिक्त मोदी सरकार किसानों को सालाना प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 6000 रुपए भी प्रदान कर रही है. सूत्रों से मिली खबर के अनुसार खाद के बारे में सरकार ने बड़ा फैसला लिया है जिससे कि बोझ किसानों पर नहीं पड़े. सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के कारण ही किसानों को मिलने वाले यूरिया और डीएपी जैसे खाद की कीमतें अमेरिका, चीन और ब्राजील की तुलना में भारत में काफी ज्यादा कम है. बता दी की उर्वरक की खपत रबी सीजन के समय 10 से 15% तक अधिक होती है. सूत्रों से पता चलता है कि सरकार खादो के दाम में वृद्धि नहीं करेगी और पर्याप्त सब्सिडी भी प्रदान करेगी. जिससे कि गेयर उर्वरक यूरिया गैर-यूरिया उर्वरक के अधिकतम रिटेल प्राइस मौजूदा स्तर पर बने रहे.
- PM Kisan Tractor Scheme
- PM Kisan Yojana 2022
- Pashu Kisan Credit Card Scheme 2022
- SBI Kisan Credit Card 2022
- Student Credit Card 2022
IFFCO DAP Urea price today List 2022
Fertilizer | Price Per Bag (Rupees) |
Urea | 266.50 |
DAP | 1350 |
NPK (12.32-16-0) | 1470 |
NPK (10-26-26) | 1470 |
NPK (20-20-0-13) | 1470 |
MOP | 1700 |
SSP | 400 |
Source: Ministry of Chemicals and Fertilizers as per April 2022
Urea 50 Kg bag price in India
मोदी सरकार द्वारा लिए गए अपने कैबिनेट में एक फैसले के बाद डीएपी फर्टिलाइजर (DAP Fertiliser) पर सब्सिडी (Subsidy) 140 फीसदी तक बड़ा दी गई है. अब किसानों को DAP की बोरी पर 500 रुपए की बजाए 1200 रुपए की सब्सिडी मिलेगी. जिसके बाद किसानों को 2400 रुपए मे मिलने वाली DAP खाद की बोरी 1200 रुपए में मिलेगी. बता दी कि हमारे भारत में यूरिया के बाद सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला खाद डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) ही है. DAP खाद को बेचने वाली कंपनी IFFCO द्वारा किमतो के बारे में फैल रही अफवाहों को खारिज कर दिया है. कंपनी द्वारा बताए गया है कि पहले से ही एक हुआ खाद किसानों को पुरानी कीमतो पर ही मिलने वाला है. कंपनी ने कहा हे कि उसके पास अभी 11.26 लाख मीट्रिक टन खाद का स्टॉक पढ़ा हुआ है जो किसानों को पुरानी कीमतो पर ही दिया जाएगा.
IFFCO DAP price Today 2022
सूत्रों के अनुसार पता चलता है कि गंभीर महामारी और रुस यूक्रेन युद्ध इसके अलावा ईरान और रूस पर अंतर्राष्ट्रीय पाबंदियो के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खादो के दामों में तेजी से वृद्धि हुई है. वही माल को लाने के लिए भाड़ा भी चार गुणा बढ़ गया है. जहां एक साल पहले यूरिया के भाव 380 डॉलर प्रति टन थे वह आज बढ़कर 930 डॉलर प्रति टन पर पहुंच चुका हेै. इसी प्रकार से, DAP की कीमतें भी 555 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 924 डॉलर प्रति टन पर पहुंच चुकी है. सरकार के एक बड़े अधिकारी द्वारा बताए गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए सब्सिडी पर होने वाला खर्च 2.25-2.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है. कोरोना और यूक्रेन रूस के युद्ध के चलते दुनियाभर में उर्वरक उत्पादन, आयात और परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई है जिसका प्रभाव भारत सहित अन्य सभी देशों पर देखने को मिला है.
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