नई दिल्ली : लड़कियों की शादीकी उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने के सम्बन्ध में, जैसा कि अभी हाल में सरकार द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र 21 की जा रही है इस बात पर काफी लोग अलग तरह की अपनी राय दे रहे है।
सरकार द्वारा गलत फैसला-
कुछ लोगों का अपना मत है कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है इससे समाज पर गलत असर पड़ सकता है, क्योंकि हर इन्सान की सोच अपनी अलग होती है और अलग -अलग तरीके से अपने -अपने तर्क दिए जा रहे हैं लेकिन वही सरकार की भी अपनी सोच है कि छोटी उम्र में लड़कियों की शादी होने से मानसिक शारीरिक और उज्जवल भविष्य नष्ट हो जाता है। जैसे कि कम उम्र में शादी होने से अधिकांश लड़कियों में कुपोषण जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। लड़कियां अपने भविष्य के बारे में कुछ भी नहीं सोच पातीं। और सारा जीवन दूसरों के भरोसे ही रह जाती हैं।

बाल विवाह करने से उनके शरीर में खून की कमी आदि विभिन्न प्रकार की समस्या उत्पन्न हो जाती है और अक्सर ये भी देखा जाता है कुछ लड़कियों की इससे मौत भी हो जाती है, लेकिन वही समाज के कुछ लोग इसको गलत फैसला बता रहे हैं।
लड़कियों के भविष्य को बनाने में अच्छा फैसला-
सरकार का ये कदम लड़कियों को अपना भविष्य बनाने में अच्छा निर्णय है। इससे लड़कियों में अपने प्रति सोचने की ज्यादा समझ विकसित होगी। और वो अपनी जिन्दगी के बारे में पूरी तरह से सोच सकती है। आज लड़कियां भी किसी मामले में लड़कों से कम नहीं है लेकिन कुछ लोगों , कुछ परिवारों व कुछ समाज के लोगों के द्वारा उनकी आत्मा को दबा दिया जाता है। और वो हमेशा के लिए दूसरों के अधीन होकर रह जाती है।
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