आज के इस पोस्ट में हम आप को Dhanteras 2022 Puja के बारे में जानकारी देने वाले हैं. और यदि आप जानना चाहते हैं, कि धनतेरस की पूजा का समय और तिथि क्या होगी. तो हम आपको यहां Dhanteras 2022 Puja Date and time, vidhi की चर्चा भी करेंगे. धनतेरस की तिथि तथा विधि के बाद आपको धनतेरस की पूजा के मुहूर्त की जानकारी भी होना आवश्यक है. इसकी जानकारी हम आपको Dhanteras 2022 Puja Muhurat के अंतर्गत देने वाले हैं. Dhanteras 2022 Puja करने वाले सभी लोगों को यहां पर हमारे इस पोस्ट के माध्यम से Dhanteras 2022 Puja vidhi की जानकारी भी दी जाएगी. ताकि आप अपने घर पर बैठे Dhanteras 2022 Puja की विधि विधान एवं समय तिथि की जानकारी प्राप्त कर सके. एवं पूरे विधि विधान के साथ धनतेरस की पूजा कर सके और आप पर लक्ष्मी माता की कृपा बनी रहे.
Dhanteras 2022 Puja
वे सभी पाठक जो अपने घरों में दीपावली के पावन पर्व में से एक धनतेरस 2022 की पूजा करने की विधि विधान तथा समय सारणी के बारे में जानकारी एकत्रित करना चाहते हैं. तो यह पोस्ट उनके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि यहां पर हमारे द्वारा धनतेरस 2022 पूजा विधि विधान की पूरी जानकारी आप तक पहुंचाई जाएगी. यहीं पर आप को Dhanteras 2022 date and Puja time की भी जानकारी दी जाएगी. ताकि आप पूरे विधि के साथ अपने घर में लक्ष्मी माता का आवागमन कर सके, एवं धनतेरस की पूजा भी बिल्कुल उसी तरीके से कर सकें. जिस तरीके से मां लक्ष्मी को घर बुलाने के लिए की जाती है. अतः आप सभी पाठकों को हमारे इस पोस्ट को अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा. ताकि यहां पर हम आप को Dhanteras 2022 Date Puja time पूजन के बारे में भी जानकारी दे सकें.
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Dhanteras 2022 Date and Puja Time, Vidhi
आप सभी पाठकों को हम बता देगी धनतेरस 2022 डेट 22 और 23 अक्टूबर को बताई जा रही है. यानी कि आप दीपावली के धनतेरस के दिन धन संपत्ति कौशल और धन की देवी लक्ष्मी मां को आयुर्वेदा के पिता धन मंत्री जी पूजा 22 या 23 अक्टूबर को कर सकते हैं.आप सब जानते हैं, दीपावली के पावन पर्व पर प्रत्येक वर्ष धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा बड़े धूमधाम से धनतेरस के दिन की जाती है. जिस पर सभी भारतीय हिंदू धनतेरस पर नए नए पकवान बनाते हैं. तथा अपने घर को कैसे सजाते हैं. और साथ ही धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी का आवागमन करते हैं. नए-नए आभूषण खरीदते हैं. महालक्ष्मी की पूजा पूरी विधि विधान के साथ की जाती है. पाठ पूजा के साथ इस दिन सोना चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है. तो यदि आपको भी सोने चांदी के आभूषण खरीदने हैं, तो 22 अक्टूबर से बदतर मुहूर्त आपके लिए नहीं हो सकता.

Dhanteras 2022 Puja Muhurat
तो आइए अब बात करते हैं 22 अक्टूबर को बनाए जाने वाले दीपावली पर धनतेरस के मुहूर्त की आपकी जानकारी के लिए बता दें यदि आप दीपावली के इस पावन पर्व पर शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी चाहते हैं तो 22 अक्टूबर 2022 को शाम 3:00 बज के 6:00 pm पर आप धनतेरस की पूजा शुरू कर सकते हैं. यह व्रत आप सभी पूजा करने वाले लोगों के लिए काफी शुभ एवं लाभकारी होगा और इस मुहूर्त का समापन 23 अक्टूबर 2022 शाम को 6:00 बजे होगा. जिस समय के मध्य आप पूजन भी कर सकते हैं. एवं उसी के साथ सोने जैसे आभूषण भी खरीद सकते 22 अक्टूबर 6:00 से 23 अक्टूबर शाम 6:00 बजे तक यह मुहूर्त बिना मुहूर्त का ही मुहूर्त होगा.
- धन्वंतरि पूजा प्रात: मुहूर्त – सुबह 06.30 – सुबह 08.50 (22 अक्टूबर 2022)
- धनतेरस पूजा मुहूर्त – शाम 7.31 – रात 8.36 (22 अक्टूबर 2022)
- यम दीपम मुहूर्त – शाम 06.07 – रात 07.22 (22 अक्टूबर 2022)
- धनतेरस 2022 मुहूर्त (Dhanteras 2022 Muhurat)
Dhanteras Ganesh Puja vidhi
जहां पर लक्ष्मी माता की पूजा होती है वहां पर श्री गणेश जी की पूजा भी उतनी ही जरूरी है तभी आपके घर में फल प्राप्ति होगी धनतेरस के दिन यदि आप शुभ मुहूर्त पर गणेश जी को स्नान कराते हैं द्वीप प्रज्वलित करते हैं लाल वस्त्र पहन आते हैं कुमकुम चढ़ाते हैं और लड्डू का मोदक का भोग अर्पित करते हैं तो इस विधि विधान से आपके घर में गणेश जी का वास होगा और साथ ही मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होगी और आपके घर में मां लक्ष्मी का वास निरंतर बना रहेगा.
.गणेश मंत्र – वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा
धनतेरस कुबेर पूजा विधि
Dhanteras Lakshmi Puja vidhi
धनतेरस के अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा संध्याकाल में की जाती है. और शाम के इस मुहूर्त में लक्ष्मी मां यंत्र का पूजा स्थल पर स्थापित करते हैं. उसके बाद एक मुट्ठी अनाज पूजा स्थल पर रखते हैं. जिसके ऊपर गंगा जल से भरा कलश रखा जाता है. जिसमें सुपारी सिक्का फूल फल आम के पत्ते कलश में लगाकर ऊपर नया खरीद कर लाया हुआ बर्तन रखा जाता है. और अगर आप बर्तन को रखते हैं तो आपको उसे खाली नहीं रखना है. उसमें चावल या फिर कुछ पढ़ने सामग्री अवश्य रखनी है. मां देवी लक्ष्मी का पंचामृत से अभिषेक करें. मां को अश्वगंधा कमल की पोस्ट पर नागा केसर इत्र सफेद मिठाई नए वस्त्र आदि अवश्य चढ़ाएं. क्योंकि यह धन में वृद्धि की एक अलग पहचान है.
लक्ष्मी पूजा मंत्र – ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मीये नमः
Dhanteras Yam Deep Daan
इसी धनतेरस की पूजा की बेला में आपको यमराज के नाम का दीपदान भी अवश्य करना चाहिए. इससे आपको मोक्ष की प्राप्ति संभव है मृत्यु के यमलोक की पीड़ा आपको दीपदान करने के बाद नहीं सैनी पड़ेगी और यदि आप प्रदोष काल में आटे से बने हुए दीपक में दो बत्तियां लगाकर दीपक जलाते है. और साथ ही तिल का तेल और काले तिल का तेल डालकर इसे प्रज्वलित करते हैं. तो आपके घर में गेहूं की हथेली पर दक्षिण दिशा में मुंह करके इस दीपक को अवश्य जलाएं.
यम दीपम मंत्र – मृत्युना पाशदण्डाभ्यां
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