12th Physics Chap- 3 (विद्युत धारा) के most imp प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2022 (physics chapter-3 के Long Question

 12th Physics Chap- 3 (विद्युत धारा) के most imp प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2022 (physics chapter-3 के Long Question

12th Physics Chap- 3 (विद्युत धारा) के most imp प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2022 (physics chapter-3 के Long Question
12th Physics Chap- 3 (विद्युत धारा) के most imp प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2022 (physics chapter-3 के Long Question


Join
12th Physics Chap- 3 (विद्युत धारा) के most imp प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2022 (physics chapter-3 के Long Question



12th Physics Chap- 3 (विद्युत धारा) के most imp प्रश्न बोर्ड परीक्षा 2022


प्रश्न (1) विद्युत परिपथ संबंधी किरचॉफ के नियम लिखिए और उसकी व्याख्या  कीजिए

उत्तर= प्रथम नियम (संधि अथवा धारा का नियम)= किसी विद्युत परिपथ मेंं किसी भी संधि पर मिलाने वाली समस्त धाराओं का बीजगणितीय शुन्य होता है ” अर्थात εi=0 मानाा कि परिपथ में धाराएं i₁. i₂ .i₃ .i₄  व  i₅ बह रही है जो संधि 0 पर मिल रही है चिन्ह परीपाटी के के अनुसार संधि की ओर आने वाली धाराएं धनात्मक तथा संधि से दूर जाने वाली धाराएं ऋणात्मक ली जाती हैै अतः i₁ i₅ धनात्मक तथा i₂ i₃ i₄ऋणात्मक होगी अतः किरचॉफ केेे नियमनुसार 
                       i₁+i₅-i₂-i₃-i₄=0
        अथवा      i₁+i₅=i₂+i₃+i₄
 आता विद्युत परिपथ  की किसी संधि पर आने वाली सभी धाराओं के योग के बराबर होता है इस प्रकार यह नियम आवेश के संरक्षण को व्यक्त करता है इसलिए इसे किरचॉफ का धारा नियम भी कहते हैं
द्वितीय नियम(वोल्टता का अथवा पास का नियम)= किसी विद्युत परिपथ में प्रत्येक बंद पास के विभिन्न खंडों में प्रवाहित होने वाली धाराा एवं उनके संगत प्रतिरोधक के गुणनफलो का बीजगणितीय योग उस पास में कार्यय करने वाले समस्त विद्युत वाहक बलों के बीजगणितीय योग के बराबर होता है 
अर्थात
संलग्न्न चित्र के विद्युत परिपथ में दो बंद पास (1) व (2) हैं इस विद्युत परिपथ में दो क्षेत्रों जिनके विद्युत वाहक बल E₁ व E₂ है तथा तीन प्रतिरोधों R₁,R₂ व R₃ को परस्पर जोड़ा गया है माना प्रतिरोध R₁ व R₂ में प्रवाहित धाराएं क्रमसा i₁ व i₂ है जो सेलो E₁ व E₂ से प्राप्त होती है संधि A पर किरचप का प्रथम नियम लगाने से प्रतिरोध R₃ में प्रवाहित धारा (i₁+i₂) होगी अतः बंद पास (i) में किरचप के द्वितीय नियम से 
                i₁R₁ ₋ i₂R₂ = E₁-E₂
तथा बंद पास (2) के लिए
              i₂R₂+(i₁+i₂) = R₃ = E₂
इन समीकरणों को हल करके i₁ व i₂  के मान ज्ञात किए जा सकते हैं इस प्रकार यह नियम ऊर्जा के संरक्षण को व्यक्त करता है इसीलिए इससे किरचॉफ का बोल्टता नियम भी कहते हैं
प्रश्न (2) किरचॉफ के वैद्युत परिपथ संबंधी नियमों की सहायता से संतुलन अवस्था में व्हीटस्टोन सेतु के लिए सूत्र p/q=R/S प्राप्त कीजिए जो P.Q.R तथा S भुजाओं के प्रतिरोध हैं

उत्तर= व्हीटस्टोन सेतु का सिद्धांत= इसका आविष्कार व्हीटस्टोन ने किया था, उन्होंने इसे नाम पर व्हीटस्टोन सेतु कहते हैं इनमें चार प्रतिरोध P.Q.R तथा S को ऋणत्मक में जोड़ कर एक ABCD चतुर्भुज बनाते हैं चतुर्भुज के विकर्ण A व C के बीच एक सेल E तथा प्लग कुंजी k I लगातेे हैं तथा भी विकर्ण B व D के बीच एक धारामापी G व प्लग कुंजी के K₂ को लगाते हैं अब चतुर्भुज के चारों भुजाओं केे प्रतिरोधों को इस प्रकार समायोजित करतेे हैं की सेल द्वारा परिपथ मेंं  धारा प्रवाहित करनेेेे पर  धारामापी में कोई  विच्छेप न हों इस स्थित में सेतु संतुलित कहा जाता है संतुलन की अवस्था में p/q = R/S
          

About Atul 1498 Articles
Atul was born in Ahmedabad. He began writing in 2021, and has contributed to the educational and finance content. He lives in Ahmedabad.

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*