
आईएएस बनाने में मध्यप्रदेश दसवें नंबर पर, UPSC की तैयारी के लिए शिवराज सरकार बनाएगी रणनीति
सिविल सर्विसेस के लिए सरकार स्तर पर नई योजना बना रहे हैं। प्रदेश से अधिक से अधिक बच्चे सिविल सर्विसेस में चयनित हों, इसके लिए विभाग स्तर पर मार्गदर्शन देने नई नीतिबना रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने भी इसके लिए निर्देश दिए है। – दीपक सिंह, आयुक्त, उच्चशिक्षा
एक्सीलेंस कॉलेज का मिल फायदा
उच्च शिक्षा विभाग की योजना है की यूपीएससी अथवा PSC में चयनित होने पर एससी, एसटी के प्रतिभागियों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार चयन के लिए अलग अलग राशि तय की गई है। स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के निदेशक उमेश सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हर जिले में मार्गदर्शन दिया जा रहा है। इस बार चयनित 38 प्रतिभागियों में दामिनी दिवाकर और शुभम अग्रवाल ने भोपाल के एक्सीलेंस कॉलेज से मार्गदर्शन लिया था। आईएएस लोकेश जाटव भी एक्सीलेंस कॉलेज से पढ़े हैं।

यूपीएससी-2020 के फाइनल रिजल्ट में बिहार के शुभम कुमार ने टॉप किया है, जबकि महिला वर्ग में भोपाल की जागृति अवस्थी अव्वल रहीं। यूपीएससी में इस बार कुल 38 प्रतिभागी चयनित हुए हैं। इसके बाद सरकार नीति बनाने की तैयारी में हैं। देशभर में अब तक सबसे ज्यादा आईएएस यूपी से बनते रहे हैं। इसके बाद बिहार का नाम आता है।
देश में सर्वाधिक आईएएस अफसर उत्तर प्रदेश से
राज्य | संख्या |
---|---|
उत्तर प्रदेश | 771 |
बिहार | 422 |
राजस्थान | 388 |
तमिलनाडु | 378 |
महाराष्ट्र | 344 |
आंध्र प्रदेश | 277 |
पंजाब | 230 |
दिल्ली | 206 |
हरयाना | 211 |
मध्य प्रदेश | 186 |